आशीष कुमार/पश्चिम चम्पारण. वाल्मिकी टाइगर रिजर्व के 900 वर्ग किलोमीटर में फैले जंगल में रेप्टाइल्स की करीब 60 प्रजातियां हैं. खास बात यह है कि इन रेंगने वाले जीवों में अधिकांशतः जीव बेहद दुर्लभ और एनिमल किंगडम में दबदबा बनाए रखने वाले हैं. इन्हीं जीवों में से एक है दुनिया के सबसे बड़े प्रजाति का जहरीला सांस किंग कोबरा. जी हां ! किंग कोबरा दुनिया का सबसे जहरीले सांप होता है. जो दूसरे सांपों को अपना आहार बनाते हैं. ये इतने गुस्सैल होते है कि बाइट कर जहर उगलते समय बेलगाम हो जाते हैं. वीटीआर क्षेत्र के रिहायशी इलाकों से पिछले कुछ महीनों में दर्जनों किंग कोबरा का रेस्क्यू किया गया है, जो सिलसिला अब भी जारी है.
वीटीआर के जंगल से निकलकर करीब 14 फीट लंबा किंग कोबरा ग्रामीण क्षेत्र कर्माबारी एम 29 पहुंच गया. ग्रामीणों से सूचना मिलने के बाद वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के कर्मी आजाद कुमार के नेतृत्व में वन कर्मी मोनद्रिका यादव, गोरख राम, मणिभूषण कुमार, विजय कुमार गुप्ता सहित कुल 6 कर्मी मौके पर पहुंचे. बुधवार करीब साढ़े चार बजे शाम में रेस्क्यू शुरू किया गया, जो कुछ समय तक चला. कड़ी मशक्कत के बाद फाइनली नागराज का रेस्क्यू कर लिया गया और उसे वाल्मिकी टाइगर रिजर्व के जंगल में छोड़ दिया गया.
किंग कोबरा को देखने लगी भीड़
वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के वनरक्षी आजाद कुमार ने बताया कि सूचना मिली थी कि वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के कर्माबारी के एम- 29 में एक विशालकाय किंग कोबरा देखा गया है. कोबरा की लंबाई करीब 14 फीट और मोटाई करीब डेढ़ फीट तक है. बड़ी बात यह है कि बेहद डरावना होने के बावजूद भी उसे देखने के लिए बड़ी मात्रा में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी. मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष वीटीआर में एक दर्जन किंग कोबरा का रेस्क्यू किया गया है.
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FIRST PUBLISHED : November 30, 2023, 13:18 IST