गौरव सिंह/भोजपुर:- वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में अब नई पुस्तकों की खरीद होगी. फरवरी महीने में पुस्तकों की खरीद कर ली जाएगी. नई पुस्तकें स्नातकोत्तर और स्नातक स्तरीय च्वाइस बेस्ड केडिट सिस्टम के तहत नए पाठ्यक्रम की होगी. 96 हजार स्नातक के नए छात्रों को इससे काफी लाभ होगा. 11 साल बाद वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में पुस्तकों की खरीदारी हो रही है. स्नातक के साथ पीजी विभाग के छात्रों को इससे लाभ मिलेगा.
नई पुस्तकों की खरीद के लिए नैक मूल्यांकन करेगा और विश्वविद्यालय केंद्रीय पुस्तकालय के लिए पुस्तकें खरीदेगा. जानकारी के लिए बता दें कि नैक मूल्यांकन की टीम पुस्तकालय पर सबसे अधिक अंक देता है. दूसरी ओर विश्वविद्यालय के केंद्रीय पुस्तकालय की हालत जर्जर है. पुरानी और पाठ्यक्रम के बाहर की पुस्तकें अलमीरा में औपचारिकता के नाम पर शोभा बढ़ा रही हैं.
शोध के छात्र-छात्राओं को मिलेगी सुविधा
इस बार जो नई पुस्तकें आ रही हैं, वो स्नातकोत्तर और स्नातक स्तरीय की हैं. ये पुस्तकें च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के तहत नए पाठ्यक्रम की होंगी. स्नातकोत्तर का पाठ्यक्रम साल 2018 में शुरू किया गया था, लेकिन अभी तक नए पाठ्यक्रम की पुस्तकें नहीं आई हैं. कुलपति प्रो. शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि फरवरी तक नई पुस्तकों की खरीद कर ली जाएगी. किसी भी शैक्षणिक संस्थान की मूल संपत्ति पुस्तकालय होती है. नई पुस्तकों से शोध के छात्र-छात्राओं को सुविधा मिलेगी.
11 सालों के बाद नई किताबों की होगी खरीदारी
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में 11 सालों के बाद नई किताबों की खरीद होगी. साल 2012 में 1 करोड़ 22 लाख रुपये के पुस्तकों की खरीद हुई थी, उस समय कुलपति प्रो. कुमारेश प्रसाद सिंह थे. कहा जाता है कि पुस्तकों की खरीद में भारी पैमाने पर घोटाला किया गया था, जिसकी गूंज बिहार विधान परिषद तक पहुंच गई थी. गत सालों में कई जांच कमेटी विश्वविद्यालय में आई और गई, लेकिन विश्वविद्यालय के पुस्तकालयों की हालत नहीं सुधरी. इस बार उम्मीद जताई जा रही है कि पुस्तकों की खरीद के बाद पुस्तकालय की हालत बेहतर होगी और वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा.
.
Tags: Bhojpur news, Bihar News, Education news, Local18
FIRST PUBLISHED : January 23, 2024, 16:02 IST