विंध्याचल मंदिर में भीड़ (फाइल फोटो)
– फोटो : अमर उजाला
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एक जनवरी को मां विंध्ययासिनी के स्पर्श दर्शन नहीं होंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहूलियत के लिहाज से यह फैसला लिया गया है। विंध्य धाम में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे। मुख्य सड़क से मंदिर और गंगा घाटों तक सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे।
विंध्यवासिनी मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए पहुंचने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण जाम की समस्या पैदा न हो, इसके लिए छोटे एवं बड़े वाहनों को बरतर तिराहा, पटेंगरा नाला और रेहड़ा चुंगी के समीप बैरिकेडिंग कर रोक दिया जाएगा। कोतवाली मार्ग सदर बाजार, नई वीआईपी मार्ग, पुरानी वीआईपी मार्ग, जयपुरिया गली, पक्का घाट मार्ग, बच्चा पाठक गलियों से होते हुए श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन करके बाहर निकलेंगे।
सुरक्षा व्यवस्था के लिए अपर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में दो प्लाटून पीएसी, चार निरीक्षक, 15 उप निरीक्षक, 52 हेड कांस्टेबल एवं 13 महिला कांस्टेबल के अलावा कोतवाली विंध्याचल एवं धाम सुरक्षा पुलिस मंदिर परिसर और आसपास समेत अष्टभुजा पहाड़ और काली खोह में तैनात रहेगी।
मंगला आरती होगी
मां विंध्यवासिनी मंदिर के अलावा अष्टभुजा देवी, महाकाली मंदिर की भी भव्य सजावट की जाएगी। श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया एक जनवरी को मंगला आरती से लेकर देर रात तक चरण स्पर्श पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा।