हाइलाइट्स
सरकारी स्कूल की शिक्षिका पूजा बोस के पढ़ाने का निराला है अंदाज.
बच्चों की पढ़ाई के साथ मनोरंजन, बच्चों को अच्छा लगता टीचर का संग.
पूर्णिया. सरकारी स्कूलों में पढ़कर हमारे देश को कई रत्न मिले हैं. लेकिन, बदले दौर में जब आधुनिक शिक्षा का प्रभाव बढ़ा तो प्राइवेट स्कूलों का क्रेज बढ़ गया. इस कारण सरकारी स्कूलों की शिक्षण व्यवस्था को लेकर लोगों की धारणा बनने लगी कि वहां अच्छी पढ़ाई नहीं होती है. इस कारण लोग अपने बच्चों का नामांकन प्राइवेट स्कूलों में कराते थे. लेकिन, अब कई सरकारी स्कूलों में अच्छी पढ़ाई हो रही है और कई शिक्षक अपनी काबिलियत के कारण चर्चा में भी आ रहे हैं. पूर्णिया के कस्बा प्रखंड में सुदूर ग्रामीण इलाके के कुल्लाखास ईदगाह शाहजी टोला प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका पूजा बोस नवाचार (Innovation) विधि से अनोखे अंदाज में बच्चों को पढाती हैं. वह डांस कर, गाना गाकर और तरह-तरह के टीएलएम के माध्यम से बच्चों को अनोखी शिक्षा दे रही हैं. इससे बच्चे के मनोरंजन के साथ-साथ अच्छे से पढ़ाई भी हो रही है.
इसके लिए पूजा बोस को जिला स्तर से लेकर पटना के शिक्षण-अधिगम सामग्री मेला (Teaching Learning Materials Fair) टीएलएम मेला, गुजरात के नवाचार शिक्षा और उदयपुर में भी पुरस्कार मिल चुका है. पूजा कहती हैं कि वह कक्षा एक और दो के बच्चों को पढ़ाती हैं. वह खुद अपने हाथों से टीएलएम बनाती है. टीएलएम के माध्यम से ही इन बच्चों को बताती हैं, इससे बच्चे जल्दी सीखते हैं. बच्चे भी उसके साथ नाचते हैं गाते हैं कविता पढ़ते हैं. नृत्य और गीत के माध्यम से वह बच्चों को पहाड़ा, एबीसीडी, संडे मंडे से लेकर हर चीज पढाती हैं.
इसके अलावा वह अनोखे तरह से बच्चों को स्वच्छता के बारे में भी बता रही हैं कि कैसे स्वच्छ रहना है. जीव जंतु, पेड़ पौधा और पर्यावरण के बारे में भी सिखा रही हैं. वहीं, स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों का कहना है कि पूजा मैम बहुत अच्छे तरीके से पढ़ाती हैं, जिसमें उन लोगों को काफी मजा आता है.
इसी स्कूल के कैंपस में दूसरे स्कूल के प्रधानाचार्य संतोष कुमार कहते हैं कि इस स्कूल में सभी गरीब घरों के बच्चे पढ़ने आते हैं. सरकार की योजना है कि छोटे-छोटे बच्चों को नवाचार विधि से शिक्षा दी जाए. पूजा मैम जिस अनोखे अंदाज में पढ़ा रहीं हैं इससे बच्चों का मनोरंजन तो हो ही रहा है, दिनों दिन बच्चों की संख्या भी स्कूल में बढ़ रही है.
उन्होंने कहा कि इसके लिए पूजा मैम को कई बार पुरस्कार भी मिल चुका है. उन्होंने कहा कि लोगों के मन में यह भ्रम है कि सिर्फ प्राइवेट स्कूलों में ही पढ़ाई होती है. सरकारी स्कूल में नहीं होती है. इसके लिए उन्हें इस स्कूल में आकर देखना चाहिए कि संसाधन की कमी के बावजूद किस तरह बच्चों को पढ़ाया जाता है.
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FIRST PUBLISHED : February 21, 2024, 14:44 IST