VIDEO: उत्तरकाशी में विज्ञान और भगवान साथ, मजदूरों के लिए विदेशी टनल एक्सपर्ट ने की बाबा बौखनाग की पूजा

उत्तरकाशी: उत्तराखंड में उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों की सकुशल वापसी के लिए देश विज्ञान के साथ-साथ भगवान का भी सहारा ले रहा है. सुरंग में फंसे 41 मजदूरों की वापसी के लिए एक ओर जहां विज्ञान और तकनीक से चमत्कार की उम्मीद की जा रही है, वहीं दूसरी ओर पूजा-पाठ का भी सिलसिला जारी है. मंगलवार को सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों की सुरक्षित वापसी के लिए सुरंग के मुहाने पर स्थापित बाबा बौखनाग देवता के मंदिर में विदेशी टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स ने पूजा की. उन्हें मंदिर के नीचे पुजारी संग प्रार्थना करते देखा गया. दरअसल, सिलक्यारा सुरंग में बचावकर्मियों ने 50 मीटर से अधिक की दूरी को पार कर लिया है और अब रेस्क्यू टीम और मजदूरों के बीच में करीब 5-6 मीटर का फासला रह गया है.

पूजा करते दिखे टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स
समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें सुरंग के मुहाने पर मौजूदा बाबा बौखनाग देवता के मंदिर के पास टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स प्रार्थना करते नजर आ रहे हैं. मंदिर के पास पुजारी भी मौजूद हैं और उनके सामने ही नीचे जमीन पर बैठकर अर्नोल्ड डिक्स भगवान से मजदूरों की सकुशल वापसी की प्रार्थना कर रहे हैं. बता दें कि अर्नोल्ड डॉक्स वही टनल एक्सपर्ट हैं, जिनके कंधे पर सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की जिम्मेदारी है. पिछले 16 दिन से अंदर फंसे श्रमिकों तक पहुंचने के लिए ‘रैट होल माइनिंग’ तकनीक से की जा रही ड्रिलिंग के जरिए अब मलबे में केवल 5-6 मीटर का रास्ता साफ करना शेष रह गया है.

कौन हैं अर्नोल्ड डिक्स
दरअसल, अर्नोल्ड डिक्स सिलक्यारा सुरंग हादसे में 41 मजदूरों को निकालने में अहम भूमिका निभाने वाले एक्सर्ट हैं. यूं कहा जाए तो अर्नोल्ड डिक्स ही वह शख्स हैं, जिनकी वजह से 41 मजदूर नई जिंदगी जिएंगे. अर्नोल्ड डिक्स दुनिया के चुनिंदा अंडरग्राउंड टनल और इंफ्रास्ट्रक्चर एक्सपर्ट में शुमार किए जाते हैं. अर्नोल्ड डिक्स को भारत सरकार ने बतौर एक्सपर्ट सिलक्यारा बुलाया है. अर्नोल्ड डिक्स मूल रूप से ऑस्ट्रेलिया के नागरिक हैं और इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं. प्रो. अर्नोल्ड डिक्स को खासकर, टनल फायर सेफ्टी में उन्हें महारत हासिल है.

12 नवंबर से ही सुरंग में फंसे हैं 41 मजदूर
गौरतलब है कि 12 नवंबर को उत्तरकाशी के सिलक्यारा में निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा ढहने से वहां 41 मजदूर फंस गए थे. उन्हें निकालने के लिए पिछले 17 दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है, जिसमें एनडीआरएफ से लेकर कई एजेंसियां लगी हुई हैं. ऑगर मशीन के खराब होने के बाद अब मैनुअल ड्रिलिंग हो रही है. मैनुअल ड्रिलिंग से 50 मीटर का फासला तय कर लिया गया है और अब महज 5 मीटर की दूरी पर मजदूर हैं. उम्मीद की जा रही है कि आज रात तक ड्रिलिंग का काम पूरा हो जाएगा और किसी भी वक्त पहाड़ का सीना चीरकर मजदूर बाहर निकल सकते हैं.

Tags: Chardham Yatra, Uttarakhand news, Uttarkashi News



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *