Valentines Week: जाति का बंधन तोड़ गौरव की हो गई पूनम, शादी से पहले परिजन थे खिलाफ.. गुजरते वक्त के साथ सब खुश

Valentines Week: Poonam broke caste barrier and became proud, family members were against before marriage

मुरादाबाद निवासी गौरव और पूनम
– फोटो : संवाद

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प्यार की कोई जाति नहीं होती। इसलिए प्यार को जाति बंधन में नहीं बांधना चाहिए। मैंने यही किया। मैं ब्राह्मण जाति की हूं, लेकिन प्रेम हो जाने पर मैंने अनुसूचित जाति के युवक गौरव से शादी की। अब मैं अपने प्यार (पति) और परिवार के साथ खुश हूं। यह कहना है पूनम का। शहर के मोहल्ला चाऊ की बस्ती निवासी जोमैटो में सर्विस करने वाले गौरव और संभल के असमोली निवासी हाईस्कूल पास पूनम के बीच करीब चार साल पहले शुरू हुआ प्यार उसके तीन माह बाद ही परवान चढ़ गया।

पूनम ने बताया कि उसकी एक बहन की शादी मुरादाबाद में चाऊ की बस्ती में हुई है। जहां उसकी बड़ी बहन और बहनोई किराए के मकान में रहते हैं। वर्ष 2020 में वह भी अपनी बहन के घर मेहमानी में आई थी। अनुसूचित जाति के गौरव भी पड़ोस में अपने परिवार के साथ रहते हैं। दोनों एक दूसरे को देखते थे, लेकिन बातचीत नहीं होती थी।

मोहल्ले में हुए एक कार्यक्रम के दौरान दोनों आमने-सामने आए तो आंखें चार हो गईं। फिर किसी न किसी बहाने से एक दूसरे को देखने लगे। इसी बीच गौरव ने मुझे अपना जीवन साथी बनने को कहा। मैंने भी झट से हामी भर ली। लेकिन बाद में जाति बंधन आड़े आने के कारण दोनों अपने माता, पिता को बताने का साहस नहीं जुटा पा रहे थे।

कुछ दिन बाद दोनों ने तय किया कि वह यह बात अपने परिवार वालों को बताएंगे। अगर वह नाराज होंगे तो भी उन्हें राजी करने की कोशिश करेंगे। तीन महीने तक चुपके चुपके प्यार का इजहार एक दूसरे से करते रहने के बाद एक दिन दोनों ने अपने-अपने परिवार को बता दिया कि वह आपस में शादी करना चाहते हैं।

इस पर पहले दोनों के परिवार वाले भड़क गए। दोनों ने अपने परिवार के लोगों को काफी समझाया लेकिन वह नहीं माने। पूनम ने स्पष्ट तौर पर अपने परिवार वालों को बता दिया कि अगर वह शादी करेगी तो सिर्फ गौरव से। इस बीच गौरव के परिवार वाले राजी हो गए। लेकिन पूनम के परिवार वाले राजी नहीं हो रहे थे।

पूनम ने अपने परिवार को समझाया कि जात पात में कुछ नहीं रखा है। अगर वह उसे खुश देखना चाहते हैं तो गौरव से उसकी शादी कर दें। इसके बाद परिवार थोड़ा नरम जरूर पड़ा, लेकिन अन्य रिश्तेदारों की वजह से अपने स्तर से शादी करने को तैयार नहीं हुए। इधर गौरव का परिवार शादी की तैयारी कर चुका था। लिहाजा पूनम भी वहां पहुंच गई।

दोनों का मंदिर में 20 अप्रैल 2020 को विवाह संपन्न करा दिया गया। इस मौके पर गौरव के परिवार वाले भी मौजूद रहे। पूनम ने बताया कि शादी के कुछ समय बाद सब कुछ सामान्य हो गया। उसके परिवार वाले भी अब आते जाते हैं। गौरव के साथ उसे खुश देख परिवार के लोग भी खुश रहते हैं। पूनम ने बताया कि अब दोनों से 11 माह की एक बेटी सानवी है। दोनों परिवार के लोग व वह दोनोें काफी खुश रहते हैं।

 

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