उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज अयोध्या पहुंचकर रामलला के दर्शन-पूजन किये और कहा कि आज हम गौरवान्वित हो रहे हैं कि फिर से राम युग शुरू हो रहा है। पुष्कर सिंह धामी अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों- सतपाल महाराज, रेखा आर्य, धन सिंह रावत, प्रेमचंद अग्रवाल और सुबोध उनियाल के साथ रामनगरी पहुंचे। इस दौरान उनके साथ राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल भी मौजूद रहे। मंदिर में दर्शन के बाद मुख्यमंत्री धामी ने संवाददाताओं से कहा, ”श्रीराम का उत्तराखंड से अटूट संबंध है। सरयू नदी का उद्गम स्थल जिसके तट पर श्रीराम के पिता एवं महाराज दशरथ ने संतान प्राप्ति के लिए अनुष्ठान किया था, वह बागेश्वर जिले में है। हमारा गहरा संबंध है और उत्तराखंड के लोग हमेशा यहां आएंगे।’’ राम मंदिर में चढ़ाने के लिए धामी और अन्य लोग उत्तराखंड से मिष्ठान इत्यादि भी लाये थे। इस दौरान श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय भी मौजूद थे। बाद में चंपत राय ने मुख्यमंत्री और अन्य लोगों को पूरे परिसर का दौरा कराया और वहां जारी निर्माण कार्यों से संबंधित जानकारी भी दी।
हम आपको बता दें कि विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री अयोध्या आकर दर्शन कर रहे हैं। अब तक अरुणाचल प्रदेश, गोवा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जहां अपने परिजनों और मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ रामलला के दर्शन कर चुके हैं वहीं पंजाब और दिल्ली के मुख्यमंत्री हाल ही में अपने परिवार के साथ दर्शन करने अयोध्या आये थे।
रामलला के दर्शन के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान पुरानी स्मृतियों को ताजा करते हुए धामी ने कहा, ”लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र रहते हुए बहुत बार अयोध्या आया और तब भगवान रामलला को टेंट में देखकर उस समय मन भावुक हो जाता था, लेकिन आज हम गौरवान्वित हो रहे हैं कि फिर से राम युग शुरू हो रहा है।” अयोध्या में उत्तराखंड सदन की स्थापना को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उप्र सरकार से अनुरोध किया गया है और जमीन मिलने पर राज्य का एक सदन यहां पर बन जाएगा। लोकसभा चुनाव में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के प्रभाव के बारे में पूछ जाने पर सीधा जवाब न देते हुए धामी ने कहा, ”राम यत्र, तत्र और सर्वत्र हैं।’’ इस बीच, एक आधिकारिक जानकारी में कहा गया है कि उत्तराखंड के जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से सीधे अयोध्या पहुंचे धामी और उनके सहयोगी भगवान राम की पूजा-अर्चना करने के बाद देर शाम देहरादून लौटेंगे।