2 मिनट पहले
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अमेरिका में नवंबर 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में एक बार फिर जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रम्प आमने सामने होंगे। दोनों अपनी-अपनी पार्टी से राष्ट्रपति उम्मीदवार चुने गए हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, बाइडेन और ट्रम्प को पार्टी डेलिगेट्स का समर्थन मिल गया है। रिपब्लिकन पार्टी का प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट बनने के लिए ट्रम्प को 1,215 डेलिगेट्स का समर्थन जरूरी था। वहीं, बाइडेन को डेमोक्रैटिक पार्टी से कैंडिडेट बनने के लिए कुल 1,969 वोट चाहिए थे।
बाइडेन ने कहा- हम आजादी को चुनने का अधिकार बहाल करेंगे
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, उम्मीदवारी जीतने के बाइडेन ने कहा- मतदाताओं के पास अब इस देश के भविष्य के बारे में निर्णय लेने का विकल्प है। हम लोकतंत्र की रक्षा करेंगे। दूसरों को इसे तोड़ने नहीं देंगे। हम अपनी आजादी को चुनने और उसकी रक्षा करने का अधिकार बहाल करेंगे। चरमपंथी यह हक छीन नहीं सकते।
बाइडेन कई बार कह चुके हैं कि इस बार भी वो डोनाल्ड ट्रम्प को हराएंगे।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए भी चुनाव होता है
दरअसल, अमेरिका में राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने के लिए रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी के चुनाव होते हैं। दोनों पार्टियां प्राइमरी और कॉकस इलेक्शन के जरिए प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट सिलेक्ट करती हैं।
प्राइमरी इलेक्शन को राज्य सरकार कराती है। वहीं, कॉकस पार्टी का अपना इवेंट होता है। प्राइमरी इलेक्शन में बिल्कुल वही वोटिंग प्रोसेस होता है, जो आम चुनाव में अपनाया जाता है। इस दौरान एक पार्टी का कार्यकर्ता दूसरी पार्टी के चुनाव में भी वोट डाल सकता है।
वहीं, कॉकस में एक रूम या हॉल में बैठकर पार्टी के प्रतिनिधि हाथ उठाकर या पर्ची डालकर वोटिंग कर सकते हैं। पार्टी की ही एक टीम ऑब्जर्वर की तरह काम करती है।