
कांग्रेस नेता राहुल गांधी व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव।
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उत्तर प्रदेश की धरती पर सात साल बाद 25 फरवरी को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी साथ दिखेंगे। दोनों भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिये आगामी लोकसभा चुनाव के लिए संदेश भी देंगे। आगरा में टेढ़ी बगिया स्थित आंबेडकर प्रतिमा से दोनों नेता एक किमी पैदल यात्रा के बाद 10-12 किमी का सफर खुली जीप से तय करेंगे।
इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए सपा ने बृहस्पतिवार को ही विधान परिषद के पूर्व नेता प्रतिपक्ष संजय लाठर को आगरा भेज दिया गया है। इससे पहले 2017 के विधानसभा चुनाव में ‘यूपी को यह साथ पसंद है’ के नारे के साथ अखिलेश और राहुल एक मंच पर आए थे।
एक समाजवादी नेता ने बताया कि अब तक कांग्रेस की यात्रा में जितनी भीड़ जुटी है, उससे कई गुना ज्यादा लोग जुटाने की तैयारी है। ताकि, कांग्रेस को यह अहसास कराया जा सके कि सपा के साथ आने से साझी ताकत में जबरदस्त वृद्धि होगी। साथ ही आम मतदाताओं को भी यह संदेश देने का प्रयास है कि इंडिया गठबंधन ही यूपी में एनडीए को टक्कर दे सकता है। राहुल गांधी अलीगढ़ और हाथरस होते हुए आगरा पहुंचेंगे, जबकि, अखिलेश यादव आगरा में न्याय यात्रा में शामिल होंगे। यहीं से यात्रा राजस्थान में प्रवेश करेगी।
सामाजिकता विषमता के खिलाफ लड़े संत गाडगे : अखिलेश
सपा मुख्यालय पर संत गाडगे की 148वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सामाजिक विषमता और अंधविश्वास के खिलाफ संत गाडगे समाज को बराबर जागरूक करते रहे। वे अस्पृश्यता और जाति प्रथा के भी विरोधी थे। इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी प्रो. बी पांडेय, अरविंद कुमार सिंह, राजीव राय, व्यासजी गोंड समेत कई लोग मौजूद रहे।