Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के साथ ही उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन में बढ़ावा मिल रहा है. केंद्र सरकार की तरफ से शुरू की गई ‘प्रशाद’ योजना का मकसद देश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है. उम्मीद की जा रही है कि 2024 के अंत तक यूपी में आने वाले पर्यटकों से करीब 4 लाख करोड़ रुपये का फायदा होगा. यह आंकड़ा साल 2022 की तुलना में करीब दोगुना है. यूपी के महत्व को फोकस करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले ही बुलदशहर में चुनावी रैली के दौरान कहा था कि उत्तर प्रदेश के विकास के बिना विकसित भारत संभव नहीं है.
देश को नई ऊंचाई देने का समय: पीएम
पीएम मोदी ने कहा ‘अयोध्या में मैंने रामलला की उपस्थिति में कहा था प्राण प्रतिष्ठा का काम पूरा हो चुका है, अब देश को नई ऊंचाई देने का समय है. हमें ‘देव से देश’ और ‘राम से राष्ट्र’ तक का मार्ग प्रशस्त करना.’ हमारा मकसद 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाना है. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि विकसित भारत, उत्तर प्रदेश का तेजी से विकास किये बिना संभव नहीं है.’
यूपी में सबसे ज्यादा घरेलू पर्यटक
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के इकोनॉमिक रिसर्च डिपार्टमेंट की एक स्टडी के अनुसार, आध्यात्मिक पर्यटन ने उत्ता प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं को तेजी से बढ़ाया है. स्टडी से यह भी साफ हुआ कि 2022 में सबसे ज्यादा घरेलू पर्यटकों के मामले में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर है. विदेशी पर्यटकों के मामले में यह पांचवें नंबर पर है. राज्य सरकार के अनुमान के अनुमान के अनुसार 2022 में 32 करोड़ पर्यटकों ने यूपी में अलग-अलग जगह का भ्रमण किया.
2 लाख करोड़ से ज्यादा खर्च किया गया
32 करोड़ में से अकेले अयोध्या में 2.21 करोड़ पर्यटक आए. 2022 के दौरान घरेलू पर्यटकों की तरफ से 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किया गया. विदेशी पर्यटकों की तरफ से किया जाने वाला खर्च करीब 10,500 करोड़ रुपये रहा. एसबीआई की रिपोर्ट में कहा गया कि 2024 के अंत तक ये आंकड़े दोगुने हो जाएंगे. वित्त वर्ष 2025 के दौरान पर्यटकों की संख्या में भारी उछाल आने से राज्य सरकार को 20,000-25,000 करोड़ का अतिरिक्त टैक्स रेवेन्यू मिलेगा.’
प्रशाद योजना से मिला बढ़ावा
रिपोर्ट में कहा गया कि केंद्र की प्रशाद योजना ने ‘आध्यात्मिक यात्रा को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि आने वाले समय में भारत एक ऐसा पर्यटन मैप बनाने पर विचार कर सकता है, जो घरेलू ऐतिहासिक स्थानों को अंगकोर वाट, श्रीलंका, बट्टू गुफाओं और पशुपतिनाथ के साथ सहजता से जोड़े.’ धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के अलावा यूपी ने कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्रों में भी प्रगति की है.