यूपी बोर्ड परीक्षा
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यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शनिवार से शुरू हो गया। 13 दिन में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य पूरा करना है। इस अवधि में 3.01 करोड़ कॉपियां जांचे जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए प्रदेश भर में 260 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शनिवार से आरंभ हो गया। कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच मूल्यांकन कराया जा रहा है। इसके लिए केंद्रों पर पुलिस के साथ स्ट्रैटिक मजिस्ट्रेटों की भी तैनाती की गई है।
सूबे के 260 मूल्यांकन केंद्रों पर शनिवार से कॉपियां जांची जा रही हैं। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने गूगलमीट के जरिए मूल्यांकन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने जिला विद्यालय निरीक्षकों को हिदायत दी कि पूरी सजगता के सात मूल्यांकन कराया जाए। इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निर्धारित अवधि के भीतर मूल्यांकन कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए।
इस बार हाईस्कूल की परीक्षा में 29,47,311 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट में 25,77, 997 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। ऐसे में कुल 55,25,308 छात्र-छात्राएं इसमें शामिल हैं। हाईस्कूल की 1.76 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं के लिए 94,802 परीक्षक और इंटरमीडिएट की 1.25 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं के लिए 52, 295 परीक्षक तैनात किए गए हैं। इस तरह कुल 3.01 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं को 1,47,097 परीक्षक जांचेंगे। 83 शासकीय और 177 अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों को मिलाकर 260 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं।