पीयूष शर्मा/ मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के लोगों की काफी लंबे समय से मांग थी कि जिले में एक सरकारी यूनिवर्सिटी बनाई जाए, ताकि गरीब छात्र भी अपनी पढ़ाई-लिखाई को पूरा कर अपने सपने को साकार कर सकें. लिहाजा सरकार ने यूनिवर्सिटी की मांग पूरी कर दी है. ऐसे में जल्द ही जिले के लोगों को सरकारी यूनिवर्सिटी मिल जाएगी.
जानकारी के मुताबिक सिंचाई विभाग से बाढ़ के संबंध में जो रिपोर्ट मांगी गई थी, उसमें यूनिवर्सिटी सुरक्षित मानी गई है. ऐसे में कहा जा रहा है कि जल्द ही प्रशासन द्वारा शासन को रिपोर्ट भेज दी जाएगी और उच्च शिक्षा विभाग इसका अपने तरह से अवलोकन करेगा. साथ ही 50 एकड़ में निजी प्रॉपर्टी भी खरीदी जाएगी.
जल्द होगा प्रस्तावित जमीन का अवलोकन
मुरादाबाद में गरीब छात्रों को पढ़ने के लिए सरकारी यूनिवर्सिटी नहीं थी. इसी कमी के कारण बहुत से छात्र दूसरे शहरों में जाते थे. लेकिन अब ऐसे छात्रों के लिए खुशी की बात है. वह अपने जिले में ही सरकारी यूनिवर्सिटी बन जाने से अपना सपना साकार कर सकेंगे. रामगंगा पार हरदासपुर में 22 अगस्त को मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह और तत्कालीन डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने जमीन देखी थी. प्रस्तावित 50 एकड़ जमीन पर बाढ़ का खतरा तो नहीं इस पर सिंचाई विभाग से रिपोर्ट मांगी गई थी. विभाग ने ओके की रिपोर्ट दे दी है.
जल्द ऊपर भेजेंगे रिपोर्ट
मौजूदा डीएम मानवेंद्र सिंह ने बताया कि जल्द रिपोर्ट शासन और उच्च शिक्षा विभाग को सौंपी जाएगी. उच्च शिक्षा विभाग अपने स्तर से भी उक्त प्रस्तावित जमीन का अवलोकन करेगा. इसके बाद प्रक्रिया आगे बढ़ेगी. उच्च शिक्षा विभाग की हरी झंडी के बाद इस जमीन के बीच दो लोगों की निजी जमीन कुछ हिस्से में आ रही है, उसे खरीदा जाएगा.
50 एकड़ जमीन उपलब्ध
प्रस्तावित जमीन पर बाढ़ की स्थिति का आकलन पिछले तीन दशकों की बाढ़ के आधार पर किया गया है. हरदासपुर में पचास एकड़ जमीन उपलब्ध है. यह क्षेत्र शहर के निकट भी है. रामगंगा से दूरी भी करीब 700 मीटर होगी. इससे पहले पॉलीटेक्निक में जमीन का प्रस्ताव भेजा गया, जिसे शासन ने खारिज कर दिया था. क्योंकि वहां पचास एकड़ जमीन नहीं थी. हालांकि, अब नए सिरे से कवायद की जा रही है.
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FIRST PUBLISHED : September 12, 2023, 15:54 IST