संभल में सीज किए गए ई रिक्शा
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संभल में अवैध ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई तीसरे दिन भी जारी रही। जगह-जगह चेकिंग कर 15 ई-रिक्शा सीज किए गए। डीएम मनीष बंसल ने शहर को जाम की समस्या से निजात के लिए अवैध ई-रिक्शों के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। साथ ही 31 दिसंबर के बाद अवैध ई-रिक्शा के संचालन पर रोक लगाने के लिए कहा था।
इसके बाद भी अवैध ई-रिक्शा सड़कों पर दौड़ रहे हैं। पुलिस और परिवहन विभाग शुक्रवार तक तीन दिन में 92 ई-रिक्शा सीज कर चुके हैं। आगे भी यह कार्रवाई की जानी है। यातायात पुलिस प्रभारी अनुज मलिक ने बताया कि संभल शहर के बाद चंदौसी और गुन्नौर तहसील में भी अभियान चलाया जाएगा।
दरअसल, जिले में दस हजार से ज्यादा ई-रिक्शों का संचालन होता है। पंजीकृत 750 ई-रिक्शा हैं। अवैध ई-रिक्शों की संख्या ज्यादा होने के चलते जाम की समस्या होती है। शहरी क्षेत्र में निकलना मुश्किल है। नाबालिग ई-रिक्शा चला रहे हैं। इससे भी नियमों की अनदेखी हो रही है।
अवैध ई-रिक्शा बनाने वालों पर हो कार्रवाई
जिले में कई जगह अवैध तरीके से ई-रिक्शा तैयार किए जा रहे हैं। जो सस्ते का हवाला देकर गरीब लोगों को बेच देते हैं। जिसका बाद में पंजीकरण नहीं होता। इसका ही खामियाजा लोग उठा रहे हैं। बिना पंजीकरण के संचालित ई-रिक्शा अवैध माना जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि जो अवैध तरीके से ई-रिक्शा निर्माण कर रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।
अवैध ई-रिक्शा पकड़ने पर महिला यात्री हुई बेहोश
कोतवाली क्षेत्र के चंदौसी चौराहे पर शुक्रवार की शाम करीब चार बजे अवैध ई-रिक्शा के खिलाफ यातायात पुलिस कार्रवाई कर रही थी। इस दौरान एक महिलाओं से भरा ई-रिक्शा पुलिस ने पकड़ लिया। इस दौरान महिलाओं ने विरोध किया। एक महिला की हालत बिगड़ गई।
बताया गया कि महिलाएं किसी शादी के कार्यक्रम में जा रही थीं। ई-रिक्शा चालक उनका रिश्तेदार था। कार्रवाई को देखते हुए एक महिला बेहोश हो गई थी। बाद में यातायात पुलिस ने महिलाओं को ई-रिक्शा में बैठाकर भेज दिया।