उज्जैन. डॉली नहीं रही. उज्जैन पुलिस की वही डॉली डॉग जो चोरी और हत्या जैसे मामलों का खुलासा करवाने में हमेशा मददगार साबित हुई. वो कुछ समय से बीमार चल रही थी. पुलिस लाइन में पूरे सम्मान के साथ उसकी अंत्येष्टि कर दी गयी. पुलिस अफसरों ने उसे सलामी दी.
डॉली डॉग अब नहीं रही. कुछ महीने से डॉली डॉग बीमार चल रही थी. आज मंगलवार को उसका निधन हो गया. डॉली का पोस्टमॉर्टम कराया गया. पुलिस लाइन में पुलिस के आला अधिकारियों ने उसे सलामी और श्रद्धांजलि दी. डॉली पुलिस के ऐसे मामलों में मददगार साबित हुई जिसमें आरोपी कोई सबूत नहीं छोड़ कर जाते थे. उन्हें पकड़ने में अहम भूमिका डॉली डॉग की रही.
7 साल की थी डॉली
डॉली का जन्म जुलाई 2016 में हुआ था. वो पुलिस विभाग में दिसंबर 2016 में आ गई थी. हैदराबाद में ट्रेनिंग के बाद 2018 में उज्जैन जिला पुलिस बल को ज्वाइन किया. पुलिस विभाग में डॉली ने ट्रैकर के रूप में काम करके चोरी, हत्या और अन्य अपराधों में अपराधियों को ट्रैक कर उन तक पुलिस को पहुंचाया. उज्जैन पुलिस की इस डॉग डोली का 7 वर्ष 3 माह की उम्र में हृदय रोग से देहांत हो गया. पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उज्जैन एवं अन्य अधिकारियों ने पुलिस डॉग को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. गई पुलिस लाइन में सलामी दी गई और मौन रखा गया.
दो महीने से बीमार थी डॉली
डॉली पिछले दो महीने से हृदय रोग से ग्रसित थी. उसका पहले उज्जैन और बाद में इंदौर इलाज चला. लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका. आज उसने दम तोड़ दिया. मृत्यु के बाद डॉली का पोस्टमॉर्टम करा कर पुलिस लाइन परिसर में उसे दफना दिया गया. उसकी मौत पर पूरा पुलिस स्टाफ शोक में है.
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FIRST PUBLISHED : October 17, 2023, 19:32 IST