Thyroid Disease: थायराइड क्यों होता है, जानें इसके लक्षण और उपचार 

नई दिल्ली:

Thyroid Disease: थायराइड एक ग्रंथि है जो गले के निचले हिस्से में स्थित होती है. इस ग्रंथि से थायराइड हार्मोन उत्पन्न होते हैं, जो मेटाबोलिज़्म को नियंत्रित करते हैं. थायराइड के रोग में ग्रंथि की अत्यधिक या कम कार्यक्षमता हो सकती है. हाइपोथायराइडिज़्म में, थायराइड कम काम करती है, जबकि हाइपरथायराइडिज़्म में यह अत्यधिक काम करती है. ये रोग अनेक समस्याओं का कारण बन सकते हैं, जैसे कि वजन में बढ़ोत्तरी, थकावट, ध्यान केन्द्रित करने में कठिनाई, त्वचा में सूखापन, बालों की झड़ना, और दिल की बड़ी गतिविधियों में बदलाव. अगर किसी को थायराइड संबंधित समस्याएँ हों, तो वे डॉक्टर से परामर्श करें और नियंत्रण में रखें. 

कारण:

थायराइड के कारण अक्सर थायराइड ग्रंथि में कोई समस्या होती है जो थायरॉक्सीन या त्रियोदोथायरोनिन (T3) और थायरॉक्सीन (T4) नामक दो थायराइड हार्मोन को निर्मित करती है. थायराइड के कारणों में विभिन्न अंगों और प्रक्रियाओं में दिक्कतें हो सकती हैं. 

आंतरिक उत्पादन की समस्याएं: थायराइड के ग्रंथि में किसी भी अंदरूनी समस्या के कारण हार्मोनों का संतुलन बिगड़ सकता है. इसमें ग्रंथि के अतिरिक्त काम करने के कारण हाइपरथायराइडिज़्म या अदरोपथायराइडिज़्म हो सकता है.

ऊतकों की समस्याएं: थायराइड के कारण मस्तिष्क, न्यूरोन, या विविध ऊतकों में समस्याएं हो सकती हैं, जो हार्मोन का उत्पादन प्रभावित कर सकती हैं.

आहार और जीवनशैली: अपशिष्ट आहार, अनियमित खानपान, तंबाकू या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन, अव्यायाम, और अत्यधिक तनाव थायराइड के लिए जोखिम प्रदान कर सकते हैं.

आनुवंशिक कारण: परिवार में थायराइड समस्याएं होने के कारण भी व्यक्ति को थायराइड की समस्या हो सकती है.

अन्य रोग: कुछ अन्य रोग जैसे कि डायबिटीज, राखीव, या ऑटोइम्यून रोग भी थायराइड के अस्तित्व को प्रभावित कर सकते हैं.

थायराइड की समस्याएं अनेक कारणों से हो सकती हैं और इसके लिए उपचार की जानी चाहिए. यदि आपको थायराइड के संकेत महसूस होते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेना उचित है.

लक्षण:

थायराइड के विकार में हाथ पैरों में सूजन, वजन कम होना या बढ़ना, थकान, चिंता, दिल की धड़कन में अनियमितता, त्वचा में सूखापन, बालों का झड़ना और थकान आदि शामिल हो सकते हैं. थायराइड के लक्षण व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में परिवर्तन को दर्शाते हैं. 

वजन में परिवर्तन: अचानक वजन घटना या बढ़ना.

थकान: अत्यधिक थकान और कम ऊर्जा का अनुभव करना.

बालों और त्वचा की समस्याएं: बालों के गिरने का अनुभव करना, बालों की सूखापन, त्वचा की सूखापन और खुजली.

विवाहित होने में परेशानी: मासिक धर्म में अनियमितता, अधिक या कम ब्लीडिंग, या पूर्व समस्याएं जैसे कि प्रसव और गर्भावस्था संबंधी समस्याएं.

हृदय दर्द: हृदय दर्द, तेज दिल की धड़कन, छाती की दर्द.

आत्मविश्वास में कमी: डिप्रेशन, चिंता, बेचैनी या चिड़चिड़ापन.

पेट की समस्याएं: पेट में विषाद, कब्ज, या अपाच.

बाहरी दिखने वाले लक्षण: ठंडा लगना, हाथों और पैरों का थंडा होना, गर्मियों में अधिक संवेदनशीलता.

अगर आपको इन लक्षणों में से कुछ भी अनुभव होता है, तो आपको अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए.

उपचार: थायराइड को ठीक करने के लिए कुछ प्रमुख उपाय हैं, जैसे कि दवाओं का सेवन, औषधियों का सेवन, आहार में पोषक तत्वों का सेवन, योग और व्यायाम, और संतुलित जीवनशैली. थायराइड की समस्या में डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली दवाइयों का सेवन किया जा सकता है, जो थायराइड हार्मोन को संतुलित करने में मदद कर सकती हैं. थायराइड के रोगी को अपने आहार में जीरा, हरी चाय, शहद, लहसुन, दालचीनी, ब्रॉकली, सेम के बीज, बजरी के रोटी, और सेब जैसे आहार को शामिल करना चाहिए जो थायराइड के लिए फायदेमंद होता है.

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