The Anand Kumar Show : पढ़ाई का तनाव और उम्मीदों का दबाव.. जानें डिप्रेशन से निकले छात्र की कहानी

नई दिल्ली:

भारत के युवा आज देश और दुनिया में अपनी प्रतिभा की चमक बिखेर रहे हैं. सभी क्षेत्रों में अपनी एक अलग पहचान बनाने के साथ-साथ वो देश और अपने माता-पिता का नाम रोशन कर रहे हैं. कामयाबी के इस सफर में उनकी सालों की कड़ी मेहनत होती है. हालांकि अभी भी देश में हजारों-लाखों ऐसे छात्र हैं, जिनमें आसमान छूने की चाहत और योग्यता है, लेकिन वो सही गाइडलान और उपयुक्त मौका नहीं मिल पाने की वजह से राह भटक जाते हैं और डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं. ऐसे में कई छात्र खुदकुशी जैसा गलत कदम भी उठा लेते हैं. आज हम ‘द आनंद कुमार शो’ में बात करेंगे एक ऐसे ही छात्र हंजला शफी की, जो ऐसे ही डिप्रेशन के घोर अंधकार से बाहर निकलकर आए हैं.

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सुपर-30 के संस्थापक और शिक्षक आनंद कुमार से अपने जीवन की बात शेयर करते हुए हंजला शफी ने कहा कि परिवार की आर्थिक हालत काफी खराब थी, शुरू में पता चला कि बेहतर भविष्य के लिए आईआईटी एक ऑप्शन है. तो ये लक्ष्य बन गया. लेकिन इसे कंप्लीट करने के लिए कोई रोडमैप नहीं था, कोई ब्लू प्रिंट नहीं था. फिर खुद से ही कोशिश करनी शुरू की, कई गलतियां हुईं. बाद में ऐसा लगने लगा कि इसे रेस में काफी पीछे रह जाउंगा. हालांकि ये अच्छा रहा कि मैं सुपर-30 के आनंद कुमार से मिला और ये भरोसे का हाथ मौत के मुंहाने से मुझे खींच लाया.

‘डर बना रहता है कि बच्चे कहीं गलत कदम ना उठा लें’

हंजला शफी की मां यास्मीन शफी ने कहा कि हमारे घर की आय मात्र तीन हजार रुपये थी. हम काफी गरीबी में जी रहे थे, ऐसे में बच्चे को कैसे पढ़ाते. हम चाहते थे कि बच्चे की पढ़ाई में कोई मदद कर दे. लेकिन हम खुद से जूझते रहे, घर के बर्तन तक बेच दिए, इस डर से कि कहीं डिप्रेशन में आकर बच्चा कोई गलत कदम ना उठा ले.

पढ़ाई के दौरान उन मुश्किल दिनों और डिप्रेशन को याद कर हंजला शफी ने कहा कि जो लक्ष्य प्राप्त करना था, जो पढ़ाई का दबाव था वो तो था ही, उसके साथ उम्मीदों का भी दबाव होता है. ऐसे में अब मुझे लगता है कि छात्रों को अपने करीबीओं और शिक्षकों से लगातार बात करते रहनी चाहिए, उससे मदद मिलती है.

हंजला शफी के पिता फरहाद शफी ने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा औजार है, जिससे सारी जंग जीती जा सकती है. ये आनंद कुमार ने साबित किया है. शुरुआत में मैं भी आजीविका को लेकर संघर्ष कर रहा था. खुद हर चीज के लिए जूझना पड़ा. परिस्थिति बदली, तो बाद में घर भी खरीदा और साथ में जूते का एक शोरूम भी खोला. ये सब शिक्षा से ही संभव हो सका है. शिक्षा ही एक ऐसा रास्ता है जिससे सभी सपनों को पूरा किया जा सकता है.

सुपर-30 के संस्थापक का एनडीटीवी पर ‘द आनंद कुमार शो’

छात्रों के जीवन से जुड़ी ऐसी ही और कहानियां जानने के लिए सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार एनडीटीवी पर ‘द आनंद कुमार शो’ लेकर आए हैं. शिक्षक दिवस के मौके पर 5 सितंबर को रात 8.30 बजे एनडीवीटी इंडिया पर इसकी शुरुआत हुई है. शिक्षा से जुड़े आपके सभी सवालों के जवाब इस शो के माध्यम से आप जान सकते हैं. शनिवार और रविवार को शाम 7.30 बजे भी यह शो देखा जा सकता है. 

यह शो बच्चों के मोटिवेशन के लिए है

‘The आनंद कुमार Show’ अब तक के सभी शो से बेहद अलग है. यह उन बच्चों के लिए है, जो आईआईटी का सपना देखता है. यह शो बच्चों के मोटिवेशन के लिए है. शो के दौरान आनंद कुमार सुपर 30 के शुरू होने के उद्देश्य के साथ उस बच्चे की कहानी बताएंगे जिससे उन्हें सुपर 30 शुरू करने के लिए प्रेरित किया है. सुपर 30 कोचिंग संस्थान शुरू करने के बारे में उन्होंने कहा कि लोग मुझे सोशल मीडिया पर, खेत में खलिहान में, हवाई यात्रा में हर जगह एक ही सवाल पूछते हैं, क्या है सफलता का मंत्र, आनंद कुमार का मंत्र पूछते हैं. इन्हीं बातों को लेकर मैं एनडीटीवी के साथ यह शो शुरू कर रहा हूं.

छात्रों के जीवन, तनाव और डिप्रेशन पर होगी चर्चा

गण‍ितज्ञ और श‍िक्षक आनंद कुमार ने कहा कि इस शो में बच्चों के सपने, माता-पिता की महत्वकाक्षांओं के साथ बच्चों के तनाव, डिप्रेशन और एनजाइटी पर भी चर्चाएं होंगी. शो के दौरान बच्चों के मोबाइल के लत के साथ सोशल मीडिया एडिक्शन पर भी खूब बातें होंगी. इससे छुटकारों पर भी बात की जाएगी.

WhatsApp करें अपना सवाल

‘The आनंद कुमार Show’के दौरान आप आनंद कुमार से अपने सवाल भी पूछे सकते हैं. इसके लिए आपको https://ndtv.in/theanandkumarshow लॉगिन करना होगा. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से भी इस शो से जुड़ा जा सकता है, इसके लिए  #AskAnandSir टाइप करना होगा. यही नहीं WhatsApp के जरिए भी आनंद कुमार से सवाल पूछा जा सकता है. इसके लिए मैसेज को 8178999203 पर भेजना होगा.

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