Telangana Elections 2023: तेलंगाना में ‘बंगाल प्लान’ लागू करेगी BJP, बनाई जा रही ऐसी रणनीति

दक्षिणी राज्य तेलंगाना में बीजेपी सम्मानजनक जीत के अलावा अपनी मौजूदगी का एहसास कराने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। ऐसे में पार्टी तेलंगाना में बीजेपी बंगाल प्लान लागू करना चाह रही हैं। ताकि राज्य में पार्टी की जीत को पक्का किया जा सके।

पांच राज्यों के आगामी विधानसभा चुनावों को मद्देनजर रखते हुए भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होने वाली है। बताया जा रहा है कि इस दौरान पार्टी छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम पर विचार कर सकती है। बता दें कि इससे पहले यानी की अगस्त के दूसरे सप्ताह में पार्टी ने छत्तीसगढ़ की 90 में से 21 सीटों और एमपी में 290 में 39 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है। 

अब माना जा रहा है कि पार्टी की इस बैठक के बाद राजस्थान और तेलंगाना में भी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर सकती है। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति में पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा समेत 15 लोग शामिल होंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, ऐसे में पार्टी तेलंगाना में बीजेपी बंगाल प्लान लागू करना चाह रही हैं। बीजेपी कई मौजूदा सांसदो को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। ताकि जीत को पक्का किया जा सके। 

जानिए क्या है बंगाल प्लान

दक्षिणी राज्य तेलंगाना में बीजेपी सम्मानजनक जीत के अलावा अपनी मौजूदगी का एहसास कराने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। बता दें कि साल 2021 में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री से लेकर सांसदों तक को उतारा था। हालांकि इनमें से कई सारे बीजेपी नेता चुनाव हार गए थे। लेकिन इससे बीजेपी के पक्ष में एक उत्साहजनक सियासी माहौल जरूर बना था। इस तरह से बंगाल में तीन विधायकों वाली भाजपा 77 सीटें जीतकर मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में अपनी जगह बना ली।

तेलंगाना में कामयाब होगा प्लान

ऐसे में पार्टी का मानना है कि तेलंगाना चुनावी मैदान में भी बीजेपी सांसदों को उतारा जाए। जिससे कि राज्य में भाजपा के पक्ष में हवा बन सके। साथ ही पार्टी कुछ सीटों पर जीत सुनिश्चित कर मजबूत मौजूदगी अंकित करवा सके। साल 2018 के चुनाव में बीजेपी ने तेलंगाना की 199 में से 118 सीटों पर चुनाव लड़ा था। लेकिन पार्टी ने सिर्फ एक सीट पर जीत दर्ज की थी। हालांकि उसे ओवैसी की पार्टी AIMIM और चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी से ज्यादा वोट परसेंट हासिल हुए थे। 

राज्य में पार्टी को 6.98 फीसदी वोट मिले थे। ऐसे में भाजपा का दक्षिणी गढ़ में सांसदों को चुनावी मैदान में उतारकर भविष्य के लिए अपनी जीत सुनिश्चित करना चाहती है। केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के दौरान भाजपा राज्य में चल रही चुनाव तैयारियों की समीक्षा करने के साथ ही फीडबैक लेने पर ध्यान दे रही है। इस दौरान उम्मीदवारों के चयन और चुनावी रणनीति पर भी मंथन किया जाएगा।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *