तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने बुधवार को विपक्षी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उस पर धर्मनिरपेक्षता के नाम पर नाटक करने का आरोप लगाया। निजामाबाद में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए भारत राष्ट्र समिति प्रमुख ने कहा, ”कांग्रेस ने आपको (लोगों को) वोटबैंक के रूप में इस्तेमाल किया। अब भी कांग्रेस नाटक करती है, वे कहते हैं कि वे ‘नफ़रत का दुकान’ बंद कर देंगे। मैं पूछना चाहता हूं कि किसके द्वारा बाबरी मस्जिद का विध्वंस किसके हाथों हुआ? किसने करवाया?”
केसीआर ने साफ तौर पर कहा कि आज, वे (कांग्रेस) अच्छी बातें कहेंगे लेकिन अगर वे धर्मनिरपेक्ष हैं तो उन्हें हमेशा ऐसे ही रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 2014 के बाद से उनकी सरकार के शासनकाल के दौरान राज्य में कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “जब तक केसीआर जीवित हैं, तेलंगाना धर्मनिरपेक्ष रहेगा।” उन्होंने कहा कि कोई अलग नहीं कर सकता। हम साथ मिलकर काम करेंगे। मुसलमान हिंदुओं के लिए काम करेंगे और हिंदू मुसलमानों के लिए काम करेंगे। हम दो भाइयों की तरह अपने राज्य को आगे बढ़ाएंगे।
2014 में आंध्र प्रदेश से अलग होकर राज्य बनने के बाद से केसीआर की बीआरएस तेलंगाना में लगातार तीसरी बार सत्ता में आने की उम्मीद कर रही है। सत्ताधारी दल कांग्रेस और भाजपा के खिलाफ खड़ा है जो केसीआर को सत्ता से बेदखल करना चाहते हैं। तेलंगाना में अपनी 117 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए 30 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। तेलंगाना में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान राजनेता सड़क के किनारे भोजनालय में डोसा बनाने और खेत में फसल काटने से लेकर सैलून में कैंची चलाने का हुनर आजमाने तक, मतदाताओं को प्रभावित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। चाहे स्थानीय उम्मीदवार हों, या उनके लिए प्रचार करने वाले उनकी पार्टी के नेता हों, मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए वे तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं, खासकर तब, जब मीडिया आसपास हो।