आंखों की रोशनी गई, ब्रेन ट्यूमर के चलते 4 बार हुई सर्जरी, फिर भी नहीं हारी हिम्मत, अब बने सरकारी ऑफिसर

जितेन्द्र कुमार झा/लखीसराय. मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ…