बस्तरिया संस्कृति की झलक: 21 दिन का मेला, मिलने आते है देव के परिजन

04 कंधे पर आंगा-कोला देव के प्रतीक के तौर पर चौकोर और मोर पंखों से सजे…

रिवाज या टॉर्चर? गर्म लोहे की सीक से दागे जाते हैं बच्चे, सालों से चली आ रही है ये आदिवासी परंपरा

प्रभंजन कुमार/जमशेदपुर: भारत में अलग-अलग धर्म के लोग रहते हैं. हर धर्म के अपने नियम होते…

दहेज में बेटी को देते हैं ऐसा गिफ्ट, सुनकर कांप जाएगी रूह, मना किया तो…

कवर्धा. सांप का नाम सुनते ही लोगों की रूह कांप जाती है, लेकिन कवर्धा में एक…