मेवात की जमीन से बेदखल होती महिलाओं की दर्दनाक दास्तां है उपन्यास ‘काँस’

चाँदबी अर्थात फूफी भूरी के इस स्याह अतीत को सुन मोहन इस तरह सदमे में आ…