लेखक लोकेन्द्र सिंह बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। कवि, कहानीकार, स्तम्भलेखक होने के साथ ही यात्रा…
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Book Review: व्यंग्य में नवाचार है मेरे प्रतिनिधि हास्य व्यंग्य
“मेरे प्रतिनिधि हास्य व्यंग्य” श्री अरुण अर्णव खरे के चर्चित एवं प्रतिनिधि व्यंग्यों का संकलन है।…
संस्थागत स्मृतिकोष है कर्म निर्णय, अन्य अधिकारीगण भी लें सृजनात्मक प्रेरणा: आरिफ मोहम्मद खां
भारतीय संस्कृति का सबसे बड़ा आदर्श एकात्मता है जो अध्यात्म में मूलित है। एकात्मता का अर्थ…
Book Review: ‘कर्म-निर्णय’ से आता है जीवन-जगत में निखार
उल्लेखनीय है कि कर्म-निर्णय नामक इस कृति का पहला प्रकरण कर्म है, बोलचाल की भाषा में…
‘हमारे संज्ञान में नहीं आया है’: संज्ञान, अंतर्ज्ञान और अंतर्धान (पुस्तक समीक्षा)
अधिकांश लोगों का मानना है कि हिंदी समाज में अन्याय और दमन ज्यादा होता है। इस…
Book Review: सनातन से वर्तमान का आर्थिक सिंहावलोकन: वैश्विक परिदृश्य के संदर्भ सहित
लेखक ने धर्म आधारित भारतीय आर्थिक दर्शन को प्रस्तुत करने के साथ अर्थ की शुद्धि पर…