रेल की खिड़की वाली सीट (व्यंग्य)

एक समय की बात है, मीलों लंबी रेलवे पटरियों के देश में, ट्रेनों में रहस्यमय, प्रतिष्ठित…

दाढ़ी और मूँछ (व्यंग्य)

Prabhasakshi मैं दाढ़ी-मूँछ के बालों से पूछना चाहता हूँ कि कब से तुम धर्म के नाम…

उल्टा-पुल्टा (व्यंग्य)

खरगोश शेर के पास पहुँचा। उसने देखा वनराज शेर महाराज भूख के मारे आग बबूला हुए…

सम्मेलनाय नमः (व्यंग्य)

कहते हैं अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता। जब समूह में फोड़ने की सोचते हैं तो…

सेब नहीं आम (व्यंग्य)

पिछले दिनों हमारे घर कुछ मेहमान आए। बातों बातों में बात हुई फिर से महंगे हुए…

महंगाई होती तो हम कैसे जीतते (व्यंग्य)

न्यूज चैनलों के प्रभाव और कुछ अपनी सृजनात्मकता जोड़ एक दिन बच्चे साक्षात्कार का खेल खेल…

ठंडी के दिन और नहाने की झिकझिक (व्यंग्य)

ठंड शिविर चल रहा है। बिन नहाए गिनिज़ बुक में कीर्तिमान स्थापित करने वाले स्नानाचार्य लोटासागर…

सरकार के काम करने का तरीका (व्यंग्य)

चुनाव जीतने पर नई सरकार चीते की तरह गुर्राने लगती है। समझदार सरकार अपना कार्यकाल दो…

लोभतंत्र में चुनाव (व्यंग्य)

प्रभाव पैदा करने वाली एक खबर के अनुसार, इस बार चुनावों में उम्मीदवारों को, अखबारों में…

लालफीते वालों की जय (व्यंग्य)

आपको बिलकुल याद नहीं होगा, किसी समय की बात है किन्हीं गलत लोगों ने मिलकर कड़ी…