भारत के बारे में कहा जाता है, ‘कोस कोस पर बदले पानी, चार कोस पर वाणी’…
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ठंड ही नहीं… यहां गर्मी में भी जलता है अलाव, 6 बजे घर में लग जाते हैं ताले…
आशीष कुमार/पश्चिम चम्पारण. बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बगहा और वाल्मीकि नगर के कुछ क्षेत्रों…
बकरी के दूध से आदिवासी महिलाएं बना रहीं साबुन, हाथों हाथ बिक जाते हैं प्रोडक्ट
आशीष कुमार/पश्चिम चम्पारण. जिले की आदिवासी महिलाओं ने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसे देख बड़े-बड़े…
पति की खातिर इन महिलाओं ने जंगल में शुरू किया ऐसा कारोबार, आज घर बैठे कर रहीं कमाई
आशीष कुमार/ पश्चिम चम्पारण. हमारे पति परदेस जाकर मजदूरी न करें, इसलिए हमने खुद ही रोजगार…