Success Story, MP News: ये कहानी है एमपी के देवास जिले के रहने वाले अथर्व और प्रणय की. दोनों सामान्य मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं. अथर्व के पिता टेक्सटाइल कंपनी में काम करते थे. कोविड के दौरान उनकी जॉब छूट गई थी. वहीं प्रणय के पिता देवास में ही स्कूल चलाते हैं. अथर्व और प्रणय दोनों बचपन के दोस्त हैं और एक साथ ही पढ़े हैं. स्कूल में पढ़ने के दौरान इन दोनों ने देखा कि क्लासेज में समझाने की बजाए रटाने या किताबी ज्ञान देने पर ज्यादा जोर दिया जाता है. इससे बच्चों को ज्यादा समय तक चीजें याद नहीं रहती हैं. वहीं एग्जाम के समय किसी दोस्त की समझाई हुई चीज ज्यादा आसानी से समझ आती है और लंबे समय तक याद रहती है. यहीं से दोनों दोस्तों को आईडिया आया कि क्यों न कोई ऐसा प्लेटफॉर्म शुरू किया जाए, जिससे बच्चों की पढ़ाई आसान बनाई जा सके.
शुरू की वेबसाइट
स्कूलिंग पूरी करने के बाद अथर्व और प्रणय ग्रेजुएशन के लिए अलग-अलग शहरों में गए. जहां प्रणय ने एमिटी युनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है. वहीं अथर्व ने चेन्नई के एसआरएम युनिवर्सिटी में एडमिशन लिया. हांलाकि उसने पहले ही साल कॉलेज से ड्रॉपआउट ले लिया. पढ़ाई के दौरान ही दोनों ने निश्चय किया कि अब वह उस आईडिया पर काम करेंगे, जिसके बारे में उन्होंने स्कूल के दिनों में सोचा था. दोनों ने मिलकर 1-1 हजार रूपए लगाए और ‘Padhle’ नाम की वेबसाइट बनाई. वेबसाइट पर उन्होंने 9वीं और 10वीं कक्षा के लिए खुद के लिखे हुए नोट्स डालना शुरू किया. इन नोट्स में उन्होंने प्रयास किया था कि टॉपिक्स को आसानी से समझाया जा सके. बाद में उन्होंने यूट्यूब चैनल भी शुरू किया. जिसमें वह वीडियो लेक्चर से बच्चों को पढ़ाते थे, साथ ही साथ अपनी वेबसाइट को प्रमोट भी करते थे.
ऐप लांच किया
छात्रों ने उनके नोट्स और लेक्चर को पसंद किया और उनके यूजर्स लगातार बढ़ते गए. इसने दोनों दोस्तों को काफी हौसला मिला. साल 2021 में उन्होंने Padhle नाम से ऐप भी लांच कर दिया. इसके बाद उन्होंने 9वीं और 10वीं कक्षा के लिए पूरा कोर्स प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध करा दिया. कोर्स में नोट्स के साथ वीडियो लेक्चर्स, टेस्ट सीरीज, एनसीईआरटी का पूरा सॉल्यूशन और भी मौजूद है. कोर्स में मटेरियल को आसान और रोचक भाषा में उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया है. इसके अलावा मीम्स और चुटकुले के माध्यम से भी पढ़ाई को और मजेदार बनाने का प्रयास किया गया है. अधिकतर विषयों के कोर्स अथर्व और प्रणय ने खुद तैयार किए हैं. जबकि कुछ विषयों के लिए उन्होंने अन्य टीचर्स की मदद ली है.
पढ़ाई में मजा आना चाहिए
अथर्व बताते हैं कि बच्चों को टीचर नहीं बल्कि दोस्त बनकर पढ़ाया जाए तो वह ज्यादा अच्छी तरीके से समझते हैं. इसके अलावा उनका मानना है कि पढ़ाने का तरीका ऐसा हो कि बच्चे उसे भार न समझें, बल्कि उन्हें मजा आए. वह शिक्षा व्यवस्था में बदलाव लाना चाहते हैं और उनकी मुहिम रंग लाती हुई भी दिख रही है. वर्तमान में लाखों बच्चे उनके प्लेटफॉर्म से कोर्सेस का लाभ उठा रहे हैं और चीजों को सीख रहे हैं. इसके अलावा 10000 से अधिक बच्चों ने सब्सक्रिप्शन ले रखा है. 2000 के निवेश से शुरू हुआ उनका ये प्लेटफॉर्म आज तकरीबन 25 करोड़ के वैल्यूएशन पर पहुंच गया है. इस साल इसने पहली तिमाही में 1 करोड़ से अधिक का रेवेन्यू हासिल किया है. अब दोनों का प्लान है कि 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए भी कोर्सेज शुरू किए जाएं.
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Tags: Mp news, Success Story
FIRST PUBLISHED : October 5, 2023, 22:05 IST