मुंबई। अगले वित्त वर्ष के लिए अंतरिम बजट की घोषणा के दिन बृहस्पतिवार को मिले-जुले संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजार उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में गिरावट के साथ बंद हुए। शुरुआती बढ़त खोने के बाद घरेलू बाजार अंतरिम बजट पेश किए जाते समय अस्थिर हो गया। हालांकि, इस बजट में पूंजीगत व्यय के लिए आवंटन में मामूली बढ़ोतरी की गई है लेकिन किसी बड़ी घोषणा से परहेज किया गया है।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 106.81 अंक यानी 0.15 प्रतिशत गिरकर 71,645.30 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 72,151.02 के उच्चतम और 71,574.89 अंक के निचले स्तर तक भी गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी 28.25 अंक यानी 0.13 प्रतिशत गिरकर 21,697.45 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान निफ्टी 21,832.95 अंक के ऊपरी और 21,658.75 अंक के निचले स्तर तक गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मार्च में ब्याज दरों में कटौती नहीं करने के संकेत के बाद घरेलू बाजार की धारणा कमजोर हुई।
इसके अलावा बजट को लेकर भी बाजार की उम्मीदों को थोड़ा झटका लगा। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर से कहा, ‘‘अंतरिम बजट में उम्मीद से कम ढांचागत व्यय से घरेलू बाजार थोड़ा निराश हुआ। हालांकि, राजकोषीय सूझबूझ के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता, वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 5.1 प्रतिशत के राजकोषीय घाटे को लक्षित करने से आर्थिक रेटिंग के नजरिये में सुधार की उम्मीद है।’’ सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाइटन, बजाज फाइनेंस, विप्रो, टेक महिंद्रा और नेस्ले में प्रमुख रूप से गिरावट रही।
दूसरी तरफ मारुति सुजुकी, पावर ग्रिड, एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, एनटीपीसी, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी और इंडसइंड बैंक के शेयर लाभ में रहे। यस सिक्योरिटीज में कार्यकारी निदेशक अमर अंबानी ने कहा, ‘‘वित्त मंत्री ने बड़े पैमाने पर सतत वृद्धि पथ को आगे बढ़ने का काम किया।’’ डीएसपी म्यूचुअल फंड के प्रमुख (उत्पाद और बाजार रणनीतिकार) साहिल कपूर ने कहा, ‘‘यह बजट पूरी तरह राजकोषीय सुदृढ़ीकरण पर केंद्रित है। हालांकि, आगामी चुनावों को देखते हुए इसमें लोकलुभावनवाद पर जोर दिए जाने की संभावना थी।’’ इस बीच, एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए जबकि जापान का निक्की एवं चीन का शंघाई कंपोजिट गिरावट पर रहे। यूरोपीय बाजारों में मिला-जुला रुख था।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बुधवार को अपनी प्रमुख ब्याज दर को स्थिर रखने के साथ ही कहा कि उसे दरों में जल्दी कटौती होने की उम्मीद नहीं है। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.66 प्रतिशत चढ़कर 81.08 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,660.72 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे थे।
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