भोपालPublished: Feb 03, 2023 06:25:54 pm
Shri Shani Chalisa path शनिवार और मंगलवार की शाम 5 बजे के बाद शनि मंदिर, हनुमान मंदिर या पीपल के पेड़ की छाया में आसन बिछाकर शनि चालिसा पढ़ी जाए, तो यह बेहद शुभ फलदायी माना जाता है। हो सके तो सरसों के तेल का दीपक जलाकर शनि चालिसा का पाठ करें…
Shri Shani Chalisa path ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक यदि आप अच्छे कर्म करते हुए शनि चालीसा का पाठ करते हैं, तो जीवन में कभी भी कोई भी कष्ट आपको परेशान नहीं करेगा। यहां त कि यदि आपकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढैया और शनि महादशा भी हो, तो भी आपकी मुश्किलें कम होती जाएंगी। ज्योतिष में माना जाता है कि जैसे ही शनि के शुभ प्रभाव मिलने शुरू होते हैं लोगों की जिंदगी बदल जाती है। माना जाता है कि शनिवार के दिन शनि चालिसा का पाठ जरूर करना चाहिए। लेकिन इसके लिए आपको कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है। वैसे तो श्री शनि चालीसा कभी भी पढ़ी जा सकती है। लेकिन शनिवार और मंगलवार की शाम 5 बजे के बाद शनि मंदिर, हनुमान मंदिर या पीपल के पेड़ की छाया में आसन बिछाकर शनि चालिसा पढ़ी जाए, तो यह बेहद शुभ फलदायी माना जाता है। हो सके तो सरसों के तेल का दीपक जलाकर शनि चालिसा का पाठ करें।