सौरव पाल/मथुराः ब्रज में एक कहावत काफी मशहूर है. कहते हैं कि ब्रज में हर दिन एक उत्सव होता है. जब पितृपक्ष में कहीं भी कोई शुभ कार्य नहीं किए जाते उस समय भी ब्रज में हर मंदिर में सांझी महोत्सव की रौनक छाई हुई है. साथ ही सांझी उत्सव का एक भव्य आयोजन मथुरा में जल्द ही होने जा रहा है.
उत्तर प्रदेश के ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा आयोजित ‘सांझी महोत्सव’ का आयोजन गोकुल और रमणरेती के प्रमुख धार्मिक स्थल, रसखान समाधि पर 10 से 14 अक्टूबर 2023 तक होगा. इस महोत्सव के तहत अनेक चित्रकार और कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे. साथ ही सांझी कैनवास पर रंग-बिरंगी चित्रकला का प्रदर्शन होगा.
महोत्सव में होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
महोत्सव के पहले दिन, 10 अक्टूबर को रसखान समाधि के ओपन एयर थियेटर (ओएटी) में गायक बिहारी लाल की भजन संध्या होगी. जिसे बड़ी संख्या में लोग सुनने आएंगे. समूचे रसखान समाधि प्रांगण में आकर्षक रंगोली का भी आयोजन होगा, जिसमें स्कूली छात्र और छात्राएं भाग लेंगे. इस महोत्सव के शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन संध्या, जिकड़ी भजन, और रसखान के बोल कार्यक्रम होंगे, जिनकी तैयारियां गीता शोध संस्थान में चल रही हैं. इसके साथ ही रसखान समाधि पर रसखान के जीवन पर बनाई शोर्ट फिल्म भी दिखाई जाएगी.
क्या होती है सांझी कला
सांझी कला के पीछे बेहद रोचक कथा जुड़ी हुई है. मान्यता है कि यह ऐसी इकलौती लीला है जिसे राधा जी ने कृष्ण को रिझाने और उनके स्वागत के लिए बनाई थी. जब भगवान कृष्ण अपने ग्वालों के साथ शाम को गाय चार कर लौटते तो राधा जी ने उनके स्वागत के लिए फूलों से साँझी बनाई थी और वहीं से सांझी कला का जन्म हुआ.
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FIRST PUBLISHED : October 9, 2023, 21:51 IST