Patna:
Bihar Politics News: एक तरफ बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार में पक्ष-विपक्ष के द्वारा बयानबाजियों का दौर भी शुरू है. इस बीच राजद और जदयू के बीच सीटों पर वर्चस्व की लड़ाई जारी है. दोनों में बड़ा भाई कौन है, इसे लेकर लड़ाई चल रही है. बता दें कि भाजपा ने कहा है कि, ”दोनों सहयोगी दल एक-दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश में जुटे हैं.” वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने कहा कि, ”राजद और जदयू के बीच सीटों को लेकर वर्चस्व की लड़ाई जारी है. दोनों पार्टियां ज्यादा सीटों पर दावा कर एक-दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश कर रही हैं.”
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने उठाया सवाल
आपको बता दें कि मंगलवार को उन्होंने लालू-नीतीश पर तंज कसते हुए कहा था कि, सोमवार को राबड़ी आवास पर चूड़ा-दही भोज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को शामिल होना था, लेकिन, इस सर्दी में लालू-नीतीश का राजनीतिक दंभ दोनों के अंदर बर्फ बनकर जमा रहा. वे एक-दूसरे से मिले जरूर, लेकिन अहंकार की बर्फ नहीं पिघली. लालू ने अपने छोटे भाई के माथे पर दही का तिलक लगाकर उन्हें आशीर्वाद भी नहीं दिया.” वहीं दोनों के बीच 10 मिनट की मुलाकात में अब 100 सवाल खड़े हो गए. बिहार के राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की बातें शुरू हो गई हैं.
इसके साथ ही आपको बताते चले कि आगे प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि, ”रही-सही कसर राजद के एक विधायक ने यह कहकर पूरी कर दी कि लालू के आशीर्वाद के बाद से ही नीतीश मुख्यमंत्री की कुर्सी पर हैं लेकिन, अब हालत ऐसे दिख रहे हैं और लालू अब नीतीश कुमार को लंबे समय तक आशीर्वाद देने के लिए तैयार भी नहीं हैं. न दही का टीका लगाकर और न ही मुख्यमंत्री की कुर्सी में अपने विधायकों का जोर लगाकर. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुर्सी जानी तय है.” अब प्रभाकर मिश्रा के इस बयान पर बिहार में सियासत गरमा गई है. विपक्षी पार्टियां एक-दूसरे पर हमलावर हैं.