बिहार राजद विधायक फतेह बहादुर ने कहा है कि मैं सरस्वती माता पर दिए अपने बयान पर कायम हूं. उन्होंने अपने विवादित बयान में कहा है कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है. राम मंदिर को राजद नेता ने अंधविश्वास कहा और आगे कहा कि मंदिर निर्माण से सिर्फ मनुवादियों और पाखंडियों का ही विकास होगा. फतेह बहादुर को बीच में राजद कार्यकर्ता भोला यादव ने टोकते हुए बोला कि नेती जी क्यों आस्था पर बोल रहे हैं, जो वोट है वो भी खराब हो जाएगा. इस पर फतेह बहादुर ने कहा कि आप कार्यकर्ता नहीं है, तो भोला यादव ने कहा कि आस्था पर मत बोलिए आप, तो फतेह बहादुर ने झिड़कते हुए उसे हटने को कहा.
फतेह बहादुर ने कहा कि मैं अपने बयान पर कायम हूं, मेरा लक्ष्य है बहुजन समाज के बच्चों को अंधविश्वास से निकालकर किताब कलम थमाना है. हम शूद्र हैं हिंदू नहीं है. किसी धर्म में हिंदू धर्म का जिक्र नहीं, हिंदू धर्म है ही नहीं. राजद नेता ने विवादित बयान देते हुए कहा कि राम मंदिर अंधविश्वास है, उसकी जगह अस्पताल और स्कूल बनना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी गलत है.
उन्होंने कहा कि आडंबर फैलाया जा रहा है कि प्राण डाला जा रहा है मूर्ति में अगर ऐसा है तो जो सैनिक शहीद होते है उनमें भी प्राण फूंक दें. देश की सत्ता में बैठे लोग युवा को अंधविश्वास में धकेलना चाहते हैं. राजद नेता ने कहा कि 1976 में कोर्ट ने रामायण और उसके पात्रों को काल्पनिक बताया था. राम मंदिर से सिर्फ मनुवादियों का विकास होगा पाखंडियों का विकास होगा. मनुवादी लोग अंधविश्वास की बात करेंगे और समाजवादी लोग समाजवाद और शिक्षा की बात करेंगे. तेजस्वी ने भी कहा है कि वो तलवार बांट रहे हैं और हम कलम बांट रहे हैं.
फतेह बहादुर ने कहा कि हम हिन्दू नहीं है, शूद्र नहीं हैं, ब्राह्मणों ने ग्रन्थों में हमें शूद्र ही कहा है. उन्होंने कहा कि यह मेरा निजी बयान है.
.
Tags: Controversial statement, RJD leader
FIRST PUBLISHED : January 1, 2024, 17:07 IST
Source link
RJD नेता फतेह बहादुर बोले- सरस्वती माता पर दिए बयान पर कायम, कार्यकर्ता बोला- जो वोट है वो भी खराब हो जाएगा
बिहार राजद विधायक फतेह बहादुर ने कहा है कि मैं सरस्वती माता पर दिए अपने बयान पर कायम हूं. उन्होंने अपने विवादित बयान में कहा है कि हिंदू नाम का कोई धर्म नहीं है. राम मंदिर को राजद नेता ने अंधविश्वास कहा और आगे कहा कि मंदिर निर्माण से सिर्फ मनुवादियों और पाखंडियों का ही विकास होगा. फतेह बहादुर को बीच में राजद कार्यकर्ता भोला यादव ने टोकते हुए बोला कि नेती जी क्यों आस्था पर बोल रहे हैं, जो वोट है वो भी खराब हो जाएगा. इस पर फतेह बहादुर ने कहा कि आप कार्यकर्ता नहीं है, तो भोला यादव ने कहा कि आस्था पर मत बोलिए आप, तो फतेह बहादुर ने झिड़कते हुए उसे हटने को कहा.
फतेह बहादुर ने कहा कि मैं अपने बयान पर कायम हूं, मेरा लक्ष्य है बहुजन समाज के बच्चों को अंधविश्वास से निकालकर किताब कलम थमाना है. हम शूद्र हैं हिंदू नहीं है. किसी धर्म में हिंदू धर्म का जिक्र नहीं, हिंदू धर्म है ही नहीं. राजद नेता ने विवादित बयान देते हुए कहा कि राम मंदिर अंधविश्वास है, उसकी जगह अस्पताल और स्कूल बनना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी गलत है.
उन्होंने कहा कि आडंबर फैलाया जा रहा है कि प्राण डाला जा रहा है मूर्ति में अगर ऐसा है तो जो सैनिक शहीद होते है उनमें भी प्राण फूंक दें. देश की सत्ता में बैठे लोग युवा को अंधविश्वास में धकेलना चाहते हैं. राजद नेता ने कहा कि 1976 में कोर्ट ने रामायण और उसके पात्रों को काल्पनिक बताया था. राम मंदिर से सिर्फ मनुवादियों का विकास होगा पाखंडियों का विकास होगा. मनुवादी लोग अंधविश्वास की बात करेंगे और समाजवादी लोग समाजवाद और शिक्षा की बात करेंगे. तेजस्वी ने भी कहा है कि वो तलवार बांट रहे हैं और हम कलम बांट रहे हैं.
फतेह बहादुर ने कहा कि हम हिन्दू नहीं है, शूद्र नहीं हैं, ब्राह्मणों ने ग्रन्थों में हमें शूद्र ही कहा है. उन्होंने कहा कि यह मेरा निजी बयान है.
.
Tags: Controversial statement, RJD leader
FIRST PUBLISHED : January 1, 2024, 17:07 IST
Source link