प्रवर्तन निदेशालय इन दिनों पेटीएम बैंक लिमिटेड को ग्राहक खाते में जमा या टॉप अप स्वीकार करने से रोकने की आरबीआई की कार्रवाई के बाद अब वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ करने में जुट गई है। पेटीएम के भी वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों से कई जरुरी दस्तावेज भी मंगाए गए है।
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय एजेंसी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत फिनटेक कंपनी आरबीआई द्वारा चिन्हित कथित अनियमितताओं की औपचारिक जांच शुरू करने से पहले कार्रवाई कर रही है। इसके तहत ही शुरुआत में दस्तावेजों की प्रारंभिक जांच की जा रही है।
आया पेटीएम का भी बयान
इस मामले पर पेटीएम का भी बयान सामने आया है। पेटीएम के अधिकारियों ने कुछ समय पहले ही दस्तावेज जमा किए थे। इन दस्तावेजों को जमा करने के बाद अधिकारियों से कुछ सवाल पूछे गए है। अधिकारियों से जरुरी जानकारी भी मांगी गई है। अब तक की जांच में किसी तरह की अनियमितता की जानकारी नहीं मिली है। वहीं फेमा के अनुसार अगर पेटीएम के दस्तावेजों में कोई गड़बड़ मिलती है तो कानून के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। धन शोधन रोकथाम अधिनियम के तहत जांच पहले से जारी है।
आरबीआई ने भी दी जानकारी
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) के खिलाफ की गई कार्रवाई की समीक्षा करने की ‘शायद ही कोई गुंजाइश’ है। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए उसे 29 फरवरी के बाद किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट, फास्टैग और अन्य साधनों में जमा या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया था।