नई दिल्ली:
ऐसा लगा रहा है कि जहां एक तरफ युवा यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jasiswal) और सरफराज खान (Sarfaraz Khan) जिस तेवर के साथ बल्लेबाजी कर रहे हैं, उसका असर सीनियर क्रिकेटरों पर भी पड़ता दिखाई पड़ रहा है. दीर्घकालिक संस्करण में अपनी धीम शैली के लिए खासी आलोचना झेलने वाले भारतीय अनुभवी दिग्गज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने शनिवार को जारी रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) मुकाबले में बैजबॉल स्टाइल में बल्लेबाजी की. राजकोट में जहां एक तरफ इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच चल रहा है, तो उससे कुछ ही किमी की दूरी पर मणिपुर के खिलाफ खेले जा रहे मुकाबले में अपनी खुद की शैली की तुलना में बैजबॉल स्टाइल में बैटिंग की.
यह भी पढ़ें
यह भी पढ़ें:
इस स्पेशल रिकॉर्ड के साथ सरफराज ने किया करियर का आगाज, भारतीय इतिहास के केवल दूसरे बल्लेबाज बने
Cheteshwar Pujara in Ranji Trophy 2024:
243*(356), 49(100), 43(77), 43(105), 66(137), 91(133), 3(16), 0(6), 110(230), 25(60) & 108(105) pic.twitter.com/9rI8NrZqXR
— Johns. (@CricCrazyJohns) February 17, 2024
पुजारा ने अपनी बैटिंग से दिखाया कि टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने भले साफ कर दिया हो कि वह और रहाणे BCCI की पॉलिसी से बाहर हो चुके हैं, लेकिन इससे उनका फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने का जोश बिल्कुल भी कम नहीं हुआ है. पुजारा ने मणिपुर के खिलाफ 105 गेंदों पर 108 रन की पारी खेलते हए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपना 63वां शतक जड़ा. शैली के विपरीत पुजारा ने अपना शतक 102 गेंदों पर पूरा किया. पारी में पजारा ने 2 चौके और एक छ्क्का जड़ा. और इस तरह उन्होंने 102.86 का स्ट्राइक-रेट निकाला.
इस बड़े रिकॉर्ड पर है नजर
यह जारी रणजी सीजन में पुजारा का तीसरा शतक है. झारखंड के खिलाफ उन्होंने दोहरा शतक जड़ा था, तो इसके बाद राजस्थान के खिलाफ अपनी टीम सौराष्ट्र के लिए 110 रन की पारी खेली. दरअसल अगर पुजारा का बल्ला आग उगल रहा है, उसकी बड़ी वजह है एक बड़ा और स्पेशल रिकॉर्ड. दरअसल भारतीय फर्स्ट क्लास क्रिकेट के इतिहास में पुजारा फिलहाल सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं. पहले नंबर पर वसीम जाफर (186 मैचों में 14609) पहले नंबर पर हैं, तो मणिपुर के खिलाफ जड़े शतक से पहले तक पुजारा 159 मैचों में 13153 रन बना चुके हैं.
….तो समझो हो ही गया!
इसमें दो राय नहीं कि जाफर का रिकॉर्ड पुजारा की पहुंच में है. अभी पुजारा 37वें साल में चल रहे हैं. और वह बहुत आराम से अगले तीन-चार साल रणजी ट्रॉफी या फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेल सकते हैं. और अगर वह खेलते रहे, तो समझो वसीम जाफर का रिकॉर्ड पीछे हो ही गया.फैंस बहुत ही खुश हैं पुजारा के प्रदर्शन से
he’s still got plenty of cricket left in him, and his performances in the Ranji Trophy are a testament to his skill, dedication, and determination.
— BM (@bttmndl) February 17, 2024
फैंस ने भी मान लिया है कि पुजारा अब टीम इंडिया में नहीं लौटेंगे
He had the great potential. Sadly he will end up his career playing Ranjhi only
— SpidY (@spidy805) February 17, 2024