जहां तक लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के बयान की बात है तो आपको बता दें कि उन्होंने सदन में भाजपा सदस्य रमेश बिधूड़ी द्वारा दिये गये कुछ आपत्तिजनक बयानों को गंभीरता से लेते हुए उन्हें भविष्य में इस तरह के व्यवहार पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी की ओर से बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ सदन में अमर्यादित भाषा का उपयोग किये जाने पर राजनीतिक हंगामा खड़ा हो गया है। कांग्रेस ने जहां दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी के निलंबन की मांग की है तो वहीं नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि यदि उन्होंने हमें सिर्फ आतंकवादी कहा होता तो ठीक था क्योंकि हमें इसकी आदत है लेकिन उन्होंने पूरे मुस्लिम समुदाय की भावना को ठेस पहुँचाई है। वहीं एआईएमआईएम नेता असददुदीन ओवैसी ने कहा है कि मुझे भरोसा है कि लोकसभा अध्यक्ष इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेंगे। दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा है कि यदि यही सब चलता रहा तो कल को सदन में मां-बहन की गाली भी दी जाने लगेगी।
देखा जाये तो इसमें कोई दो राय नहीं कि रमेश बिधूड़ी ने लोकसभा में बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग कर सदन की गरिमा को ठेस पहुँचाई है। हालांकि लोकसभा अध्यक्ष की ओर से उन्हें कड़ी चेतावनी दी गयी है, उनके बयान को सदन की कार्यवाही से भी हटा दिया गया है और रक्षा मंत्री ने भी सदन से माफी मांगी है। लेकिन रमेश बिधूड़ी की ओर से अब तक खेद नहीं जताया गया है जोकि गलत है। सदन में एक दूसरे से विचारों का मतभेद होना स्वाभाविक है लेकिन किसी के खिलाफ असंसदीय भाषा का उपयोग नहीं करना चाहिए।
जहां तक लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के बयान की बात है तो आपको बता दें कि उन्होंने सदन में भाजपा सदस्य रमेश बिधूड़ी द्वारा दिये गये कुछ आपत्तिजनक बयानों को गंभीरता से लेते हुए उन्हें भविष्य में इस तरह के व्यवहार पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। जब यह वाकया हुआ था तभी पीठासीन सभापति कोडिकुनिल सुरेश ने कहा था कि रमेश बिधूड़ी के आपत्तिजनक शब्दों को रिकॉर्ड से हटा दिया गया है। यही नहीं, रक्षा मंत्री और सदन के उपनेता राजनाथ सिंह ने कहा था कि उन्होंने विवादित टिप्पणी सुनी नहीं है, लेकिन बिधूड़ी ने यदि कुछ ऐसी टिप्पणी की है, जिससे बसपा सांसद की भावना आहत हुई है तो इन शब्दों को रिकॉर्ड से हटा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था, ‘‘मैं इस पर खेद व्यक्त करता हूं।”
दूसरी ओर, कांग्रेस का कहना है कि बिधूड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने माफी मांगी है जो अपर्याप्त है। ऐसी भाषा का इस्तेमाल सदन के अंदर या बाहर नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं नए संसद भवन की शुरुआत नारी शक्ति से हुई है लेकिन इसकी शुरुआत रमेश बधूड़ी से हुई है… यह रमेश बिधूड़ी नहीं बल्कि भाजपा पार्टी की सोच है। हमारी मांग है कि रमेश बिधूड़ी की सदस्यता रद्द की जानी चाहिए।
वहीं नेशनल कांफ्रेंस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि अगर उन्होंने केवल ‘आतंकवादी’ कहा होता तो हमें इसकी आदत है। मगर उन शब्दों का इस्तेमाल पूरे मुस्लिम समुदाय के खिलाफ किया गया था। उन्होंने कहा कि मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि भाजपा से जुड़े मुस्लिम इसे कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि वे हमारे बारे में क्या सोचते हैं? उन्हें शर्म आनी चाहिए।
वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा है कि मैंने मणिपुर पर आवाज उठाई तो मुझे सदन से निलंबित कर दिया गया था लेकिन भाजपा सांसद के कृत्य की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि यही सब चलता रहा और इसे रोका नहीं गया तो कल सदन में लोग मां-बहन की गाली भी देने लगेंगे।