सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या: अयोध्या में जैसे-जैसे प्राण प्रतिष्ठा की तारीख नजदीक आ रही है. वैसे-वैसे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भगवान राम के विराजमान होने की तैयारी भी तेज गति के साथ शुरू कर दिया है. 22 जनवरी को प्रभु राम अपने भव्य महल में विराजमान होंगे तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत लगभग 8000 संत महंत के साथ अन्य क्षेत्रों के मेहमान भी शामिल किए जाएंगे. इन दिनों श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट 4000 वरिष्ठ साधु संतों को आमंत्रण पत्र दे रहा है. यह आमंत्रण पत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की तरफ से भेजा जा रहा है. जिसमें प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर शामिल होने का निवेदन भी किया गया है.
भगवान राम की मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान 4000 संत महंत और ढाई हजार विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाएगा. इतना ही नहीं आमंत्रण पत्र में बाकायदा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक निवेदन भी किया है. सुरक्षा दृष्टि से प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रवेश करने को लेकर उस निवेदन पत्र में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु भी दिए गए हैं. जिसका पालन करने के बाद ही आपको प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रवेश मिलेगा.
साधु संतों को ट्रस्ट भेज रहा आमंत्रण पत्र
राम मंदिर ट्रस्ट के कैंप कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर प्राण प्रतिष्ठा के मध्य नगर लगभग 6000 से ज्यादा लोगों को आमंत्रण पत्र पूरे देश में भेजा जा रहा है. आमंत्रण भेजने की प्रक्रिया अभी से ही शुरू हो चुकी है. प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा की दृष्टि से यह जरूर निवेदन किया जा रहा है कि क्या चीज उस दरमियां राम मंदिर में नहीं जाएंगी. इसका विशेष ध्यान रखें. मोबाइल पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा. इसके साथ ही बड़े संतों से भी आग्रह किया गया है कि छत्र चमर और ठाकुर जी साथ में नहीं जाएंगे. राम जन्म भूमि परिसर में 11:00 बजे आमंत्रित सदस्यों को प्रवेश दिया जाएगा और 3 घंटे तक वह राम जन्म भूमि परिसर में मौजूद रहेंगे.
तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने किया निवेदन
• आप अपना आधार कार्ड अपने साथ रखें.
• सुरक्षा कारणों से मोबाईल, पर्स, झोली, छत्र, बंवर, सिंहासन, निजी पूजा के ठाकुर अथवा गुरु पादुकाएं कार्यक्रम स्थल पर ले जाना सम्भव नहीं होगा.
• कार्यक्रम स्थल पर दिन मे 11.00 बजे से पहले प्रवेश करना होगा.
• कार्यक्रम 3 घंटे से अधिक चल सकता है. कार्यक्रम स्थल तक पहुचने के लिए तथा वापस आने के लिए एक किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ेगा.
• यह निमंत्रण पत्र व्यक्तिगत है. अर्थात् एक निमंत्रण पत्र पर केवल एक ही व्यक्ति का प्रवेश सम्भव है. कोई सेवक अथवा शिष्य साथ में आते हैं तो उनको कार्यक्रम स्थल से बाहर ही रहना होगा. शिष्य अथवा सेवक का स्वतंत्र निमंत्रण पत्र भी नहीं हो सकता. कार्यक्रम स्थल पर बैठने की व्यवस्था सीमित हैं.
• किन्हीं धर्माचार्य अथवा संत महापुरुष के साथ कोई सुरक्षाकर्मी होंगे तो वो भी कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश नहीं कर सकेंगे. कार्यक्रम स्थल माननीय प्रधानमंत्री जी के सुरक्षा तंत्र द्वारा पहले से ही पूर्ण सुरक्षित रहता है.
• माननीय प्रधानमंत्री जी के मन्दिर परिसर से बाहर चले जाने के बाद मन्दिर परिसर में विराजमान संत महापुरुष रामलला के दर्शन कर सकेंगे.
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FIRST PUBLISHED : December 2, 2023, 17:27 IST