Nagaur News: राजनीति में आगे बढ़ने की महत्वाकांक्षा के चलते न तो इसमें पक्के दोस्त होते हैं और न ही स्थायी दुश्मन. इस सियासी रण को जीतने के लिए न सिर्फ दोस्त-दुश्मन बदलते रहते हैं, बल्कि मिलीभगत के असली खेल अंदरखाते चलते हैं. इस चुनावी साल में प्रदेश में आजकल मिलीभगत की राजनीति सुर्खियों में छाई हुई है.
Source link