गंगापुर वन विभाग के वनपाल नारायण सिंह ने बताया कि गंगापुर और रायपुर इलाके में पैंथर का मूवमेंट काफी समय से देखा जा रहा है। इन दोनों इलाकों में खनन क्षेत्र में एक से अधिक पैंथर ने अपना आवास बना लिया है। इन्हीं इलाकों में पैंथर को पीने का पानी भी उपलब्ध हो जाता है और शिकार के लिए जंगल में घूम रहे बेसहारा जानवर जिसमें भैंस , बकरी का शिकार कर भोजन की व्यवस्था भी हो जाती है। लेकिन अनेक बार जब शिकार नहीं मिलता तो इनका मूवमेंट शहरी लोगों की ओर हो जाता है। पिछले दो दिन से गंगापुर के सिविल लाइंस एरिया से लेकर, डंपिंग यार्ड, डेलाना मार्ग पर बने एनिकट सहित एक दो अन्य जगहों पर भी पैंथर का मूवमेंट होने की पुष्टि हुई है।
नागरिकों की सूचना पर वन विभाग की टीम दो दिनों से लगातार एरिया में गश्त कर रही है लेकिन टीम को अभी तक पैंथर नहीं दिखा है। पैंथर के पैरों के निशान जरूर जुटाए गए हैं। इसी के आधार पर उच्च अधिकारियों के निर्देश पर पैंथर को पकड़ने के लिए मूवमेंट एरिया में दो पिंजरे लगवा दिए गए। नागरिकों की ओर से दो जानवरों के शिकार करने की भी पुष्टि हुई है।
गंगापुर वन विभाग के क्षेत्रीय वन अधिकारी धीरेंद्र सिंह चुंडावत ने बताया कि गंगापुर और रायपुर इलाके में पैंथर के मूवमेंट की पुष्टि होने के साथ ही वन विभाग की ओर से स्थानीय नागरिकों को चेतावनी दे दी गई है। जिसमें सूर्यास्त के बाद घर से नहीं निकलने की नसीहत दी गई। गंगापुर शहरी क्षेत्र में पैंथर के मूवमेंट की खबर आग की तरह फैलने के बाद स्थानीय नागरिकों में दहशत का माहौल है। पैंथर के मूवमेंट की पुष्टि होने के बाद शहरी इलाके के आसपास खेतों में काम कर रहे किसान अपने खेतों में जाने से परहेज कर रहे हैं। रिपोर्ट प्रमोद तिवारी