पंजाब में सोमवार को खेतों में पराली जलाने की2,000 से अधिक घटनाएं हुईं, जबकि हरियाणा के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गंभीर और बहुत खराब श्रेणियों में दर्ज किया गया।
पंजाब में किसानों द्वारा पराली जलाने की घटनाएं जारी हैं और सोमवार को ऐसी 2,060 घटनाएं दर्ज की गयीं। लुधियाना स्थित पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार तक ऐसे मामलों की कुल संख्या बढ़कर 19,463 हो गई है।
आंकड़ों के अनुसार, एक नवंबर से छह नवंबर तक दर्ज की गई पराली जलाने की घटनाएं चालू सीजन में ऐसे कुल मामलों का 61 प्रतिशत हैं।
इस बीच, हरियाणा के फतेहाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 425 दर्ज किया गया, इसके बाद फरीदाबाद में 412, सोनीपत में 412, जींद में 385, हिसार में 380, गुरुग्राम में 376, कैथल में 370, नारनौल में 340, भिवानी में 334, रोहतक में 326 और सिरसा में 308 दर्ज किया गया।
पंजाब के अमृतसर में एक्यूआई 329 दर्ज किया गया, इसके बाद बठिंडा में 297, लुधियाना में 283, मंडी गोबिंदगढ़ में 266, जालंधर में 231, खन्ना में 228 और पटियाला में 220 दर्ज किया गया।
पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में एक्यूआई 149 दर्ज किया गया।
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