इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध में मंगलवार को तब नया मोड़ आ गया जब गाजा में अल अहली अस्पताल पर हमला हो गया। बताया जा रहा है कि अस्पताल पर हुए हमले में 500 से ज्यादा लोग मारे गये हैं। इस हमले को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है क्योंकि जहां हमास ने इस हमले के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है तो वहीं इजराइल का कहना है कि यह हमास आतंकियों की ही करतूत है। हम आपको यह भी बता दें कि इजराइल पर हुए हमले को देखते हुए उसके साथ समर्थन जताने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भी तेल अवीव पहुँच रहे हैं। हालांकि बाइडन आने से पहले ही इजराइल को कह चुके हैं कि गाजा पर कब्जा करना गलती होगी।
इस बीच, गाजा के अस्पताल में हुए भीषण धमाके के बाद जॉर्डन के अम्मान में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और अरब नेताओं के बीच होने वाला शिखर सम्मेलन रद्द हो गया है। जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी ने घोषणा की है कि अम्मान में जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी और फलस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास के बाइडन के साथ बुधवार को होने वाले शिखर सम्मेलन को रद्द कर दिया गया है।
हम आपको बता दें कि इजराइल पर सात अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमले के बाद से बाइडन इजराइल की जवाबी कार्रवाई का समर्थन कर रहे हैं। हमास ने इजराइल पर जो आतंकी हमला किया था उसमें 1400 से ज्यादा लोग मारे गये थे और खबरें हैं कि इजराइल के 200 से 250 लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया था। हालांकि अस्पताल पर हमले के बाद से ‘इजराइल के खुद के बचाव के अधिकार’ के लिए समर्थन जुटाने में लगे अमेरिका के राजनयिक प्रयासों पर असर पड़ा है क्योंकि अस्पताल के बाहर त्राहिमाम की स्थिति देखने को मिल रही है। चारों तरफ चीख-चिल्लाहट और अराजकता का माहौल देखा जा रहा है।
जहां तक हमले को लेकर हो रहे आरोप-प्रत्यारोप की बात है तो आपको बता दें कि गाजा के अल अहली अस्पताल में धमाके के लिए हमास ने इजराइल के हवाई हमले को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, इजराइल ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि इस्लामी संगठन के गलत तरीके से रॉकेट चलाने के कारण यह धमाका हुआ। हमास के नेता इस्माइल हानियेह ने हमले के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उसने इजराइल को अपनी आक्रामकता के लिए संरक्षण दिया है। हानियेह ने टेलीविजन पर संबोधन में कहा, ‘अस्पताल में हुआ नरसंहार दुश्मन की क्रूरता और उसकी हार की भावना की पुष्टि करता है।’ इसके अलावा, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, मिस्र, जॉर्डन और तुर्की ने भी इजराइल पर गाजा शहर में अल-अहली अरब अस्पताल पर बमबारी करने का आरोप लगाया। हालांकि, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मौतों के लिए ‘‘गाजा में क्रूर आतंकवादियों’’ को जिम्मेदार ठहराया। नेतन्याहू ने एक बयान में कहा, ‘पूरी दुनिया जानती है कि गाजा के अस्पताल पर हमला करने वाले गाजा के क्रूर आतंकवादी हैं, न कि आईडीएफ (इजराइल डिफेंस फोर्सेज)।’ उन्होंने कहा, ‘जिन्होंने निर्दयता से हमारे बच्चों की हत्या की, वे अपने बच्चों की भी जान ले रहे हैं।’ इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने भी हमास के आरोपों को बदनाम करने के लिए खूनी साजिश बताया है। हर्जोग ने कहा कि इस्लामिक जिहाद की मिसाइल ने गाजा के अस्पताल में अनेक फलस्तीनियों को मार डाला जो एक ऐसी जगह है जहां जिंदगियां बचाई जानी चाहिए। वहीं, हमास ने इन आरोपों को खारिज किया है। इजराइली सेना के एक प्रवक्ता लेफ्टिनेंट-कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने सीएनएन को यह भी बताया है कि सेना ने एक बातचीत को इंटरसेप्ट किया है जिसमें आतंकवादियों ने मिसफायर की बात स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि सेना बातचीत की रिकॉर्डिंग जारी करेगी।
फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण के स्वास्थ्य मंत्री माई अलकैला ने भी इज़राइल पर अल-अहली अल-अरबी अस्पताल में “नरसंहार” का आरोप लगाया। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-कुद्रा ने कहा कि सैंकड़ों लोग मारे गए हैं और बचावकर्मी अभी भी मलबे से शव निकाल रहे हैं। दूसरी ओर, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हमास आतंकवादी हमारे बच्चों के हत्यारे हैं और अब वह अपने बच्चों को भी मार रहे हैं।
हम आपको यह भी बता दें कि हाल ही में जब इजराइल ने गाजा के लोगों को क्षेत्र को खाली करने की चेतावनी दी थी तब भी हमास आतंकवादियों पर आरोप लगे थे कि वह अपने लोगों को इलाका खाली करने से रोकने के लिए उन पर हमले कर रहे थे और आरोप इजराइल पर मढ़ रहे थे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की इजराइल और जॉर्डन यात्रा से ठीक पहले गाजा में अस्पताल पर हुए हमले की दुनियाभर में निंदा हो रही है क्योंकि इसमें आम लोग मारे गये हैं। बताया जा रहा है कि युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में 3000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और 12500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।