Prabhasakshi Exclusive: Russia-Ukraine War निर्णायक मोड़ पर, Zelenskyy को भारी मदद देकर EU ने दिया संदेश- कुछ भी झेलेंगे मगर इरादे टूटेंगे नहीं

प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) से जानना चाहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू हुए अब दो साल हो गये। आखिर और कितना खिंचेगा यह युद्ध? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि यह युद्ध खिंच इसलिए रहा है क्योंकि अब यह प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुका है। उन्होंने कहा कि युद्ध में एक तरफ रूस है और दूसरी तरफ यूक्रेन के कंधे पर रखकर हथियार चला रहे नाटो देश हैं जो रूस से अपनी पुरानी दुश्मनी का हिसाब किताब चुकता करना चाहते हैं लेकिन पुतिन जिस तरह से लड़ाई का नेतृत्व कर रहे हैं वह दर्शा रहा है कि वह कोई कच्चे खिलाड़ी नहीं हैं।

ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इस युद्ध में एक ताजा अपडेट यह है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदमीर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि यूरोपीय संघ द्वारा उनके देश के लिए 50 बिलियन यूरो (54 बिलियन डॉलर) के सहायता पैकेज को मंजूरी दी गयी है। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि रूस के खिलाफ उसके दुश्मन अब भी पूरी तरह एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि इस भारी मदद के लिए ज़ेलेंस्की ने यूरोपीय संघ के नेताओं को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि यूरोप ने ठीक उसी तरह की एकता का प्रदर्शन किया है जिसकी जरूरत है… यह मॉस्को के लिए एक स्पष्ट संकेत है कि यूरोप कुछ भी झेलेगा मगर इरादों से टूटेगा नहीं।

ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इसके अलावा दक्षिणी यूक्रेनी क्षेत्र खेरसॉन के गवर्नर ऑलेक्ज़ेंडर प्रोकुडिन ने कहा है कि बेरीस्लाव शहर पर रूसी ड्रोन हमले के बाद दो फ्रांसीसी स्वयंसेवी सहायता कार्यकर्ता मारे गए जबकि चार लोग घायल हो गए, जिनमें से तीन विदेशी थे। उन्होंने कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय ने भी कहा है कि पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र के गांवों पर रूसी गोलाबारी और रॉकेट हमलों में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो घायल हो गए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यूक्रेन ने कहा है कि पूर्वी खार्किव क्षेत्र में अग्रिम पंक्ति के शहर कुपियांस्क के पास एक चिकित्सा सुविधा पर रूसी मिसाइल हमले में चार लोग घायल हो गए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यूक्रेन की सैन्य खुफिया एजेंसी GUR ने कहा है कि उसने समुद्र के अंदर ड्रोन का इस्तेमाल कर रूसी कार्वेट इवानोवेट्स पर हमला किया और उसे काला सागर में डुबो दिया। उन्होंने कहा कि निजी सुरक्षा फर्म एंब्रे ने कहा है कि यूक्रेन ने हमले में छह समुद्री ड्रोन का इस्तेमाल किया। हालांकि इस पर रूस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इसके अलावा रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि वायु रक्षा बलों ने बेलगोरोड, कुर्स्क और वोरोनिश के रूसी क्षेत्रों में 11 यूक्रेनी ड्रोनों को मार गिराया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का एक फैसला रूस के खिलाफ गया है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर देखें तो किसी को कोई बड़ी उपलब्धि हासिल नहीं हुई है, बस दोनों पक्ष अपने अपने रुख पर डटे हुए हैं इसलिए युद्ध खिंचता चला हा रहा है।

ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इसके अलावा एक और चीज देखने को मिल रही है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति का अपने ही सैन्य नेतृत्व पर विश्वास नहीं रहा है और उन्होंने हाल में सैन्य प्रमुख पर घोटाले के आरोप लगाये हैं। उन्होंने कहा कि सैन्य नेतृत्व भी सरकार पर ही निशाना साध रहा है जिससे प्रतीत हो रहा है कि यूक्रेन काफी अंतर्विरोधों से जूझ रहा है।

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