Prabhasakshi के कार्यक्रम में बोले अश्विनी उपाध्याय, मुगलों ने तलवार के दम पर जबकि अंग्रेजों ने कानून बनाकर देश में लूटा

Prabhasakshi programme

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अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि हम सभी को विश्व के कल्याण के बारे में सोचना चाहिए। समाज में सद्भाव ,हो इसके बारे में सोचना चाहिए। हमारे देश का कानून ऐसा होना चाहिए कि इसका संदेश दूर-दूर तक जाय। उन्होंने कहा कि जो भी नए कानून आ रहे हैं, उनका एकमात्र उद्देश्य यही है धर्म का जय हो, अधर्म का नाश हो।

भारत के प्रमुख हिंदी समाचार पोर्टल प्रभासाक्षी.कॉम अपने 22 वर्ष पूरे कर रहा है। इस अवसर पर नई दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में ‘विचार संगम’ कार्यक्रम का आयोजन दिनाँक 30 अक्टूबर 2023 को किया गया। इस दौरान विभिन्न विषयों पर आयोजित परिचर्चाओं में राजनीति, मीडिया तथा समाज जीवन के अन्य क्षेत्रों की हस्तियां अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में परिचर्चा का विषय है- आईपीसी और सीआरपीसी को बदलने से देश को क्या लाभ होंगे? इसमें उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता श्री अश्विनी उपाध्याय अपने विचार व्यक्त किए। 

श्री अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि हम सभी को विश्व के कल्याण के बारे में सोचना चाहिए। समाज में सद्भाव ,हो इसके बारे में सोचना चाहिए। हमारे देश का कानून ऐसा होना चाहिए कि इसका संदेश दूर-दूर तक जाय। उन्होंने कहा कि जो भी नए कानून आ रहे हैं, उनका एकमात्र उद्देश्य यही है धर्म का जय हो, अधर्म का नाश हो। उन्होंने कहा कि जो काम भारत के प्रथम प्रधानमंत्री को करना था, वह अभी हो रहा है। अंग्रेजों ने एक भी कानून भारत को मजबूत बनाने के लिए नहीं बनाया था। उन्होंने कहा कि मुगलों ने देश को तलवार के दम पर लुटा, अंग्रेजों ने कानून के जरिए लूटा।

अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि जब हम आजाद हुए, उस समय पुराने कानून को खत्म कर दिया जाना चाहिए था। लेकिन दुर्भाग्य है कि 1861 का पुलिस कानून आज भी चल रहा है। उन्होंने कहा कि आज हम सब कुछ में विकास के रास्ते पर चल रहे हैं लेकिन जो पहले हो सकता था, वह नहीं किया गया। लेकिन आज वर्तमान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसको करने की कोशिश कर रहे हैं। आज भारत को मजबूत बनाने के लिए कानून बनाया जा रहे हैं। पहले के कानून में आतंकवाद का जिक्र नहीं था लेकिन अब इसका जिक्र हो रहा है।

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