प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना में चुनावी बिगुल फूंक दिया है। रविवार 1 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महबूबनगर में 13500 करोड रुपए से अधिक की विकास परियोजनाओं के आधारशिला रखी है। इस दौरान उन्होंने एक रैली को भी संबोधित किया है।
इस रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इन परियोजनाओं से युवाओं के लिए विकास के नए अवसर खुलेंगे। वही व्यापार को भी बड़े स्तर पर बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि देशभर में त्योहारों का मौसम शुरू हो गया है। राज्य में शुरू की गई विकास परियोजनाएं बिजनेस को भी बेहद बढ़ावा देगी। देश के कई अहम कॉरिडोर तेलंगाना से होकर ही निकलेंगे।
गोदरेज भाई की तेलंगाना में अगली कुछ महीनो में विधानसभा चुनाव होने हैं। अपनी तेलंगाना यात्रा से पहले शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर प्रधानमंत्री ने कहा था कि तेलंगाना के लोग बीआरएस के कमजोर शासन से थक चुके हैं।
सोशल मीडिया पर उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के प्रति भी जनता को विश्वास है। साथ ही उन्होंने बताया था कि 1 अक्टूबर को महबूबनगर में तेलंगाना इकाई की रैली को वह संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री ने नागपुर-विजयवाड़ा आर्थिक गलियारे से संबंधित महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखी, भारतमाला परियोजना के तहत विकसित हैदराबाद-विशाखापत्तनम गलियारे से संबंधित सड़क परियोजना का लोकार्पण किया, प्रमुख तेल और गैस पाइपलाइन परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित की और साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हैदराबाद (काचीगुडा)-रायचूर ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रधानमंत्री ने जिन प्रमुख सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखी, उनमें 108 किलोमीटर लंबा वारंगल से राष्ट्रीय राजमार्ग-163जी के खम्मम खंड तक फोर लेन एक्सेस नियंत्रित ग्रीनफील्ड राजमार्ग और 90 किमी लंबा फोर लेन एक्सेस नियंत्रित ग्रीनफील्ड राजमार्ग शामिल हैं। इन सड़क परियोजनाओं को कुल लगभग 6400 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा। परियोजनाओं से वारंगल और खम्मम के बीच यात्रा की दूरी लगभग 14 किलोमीटर और खम्मम तथा विजयवाड़ा के बीच लगभग 27 किलोमीटर कम हो जाएगी।
प्रधानमंत्री ने एनएच-365बीबी पर सूर्यापेट से खम्मम के बीच चार लेन वाले 59 किमी लंबे खंड को भी राष्ट्र को समर्पित किया। यह परियोजना लगभग 2,460 करोड़ रुपये की लागत से बनायी गयी है और यह हैदराबाद-विशाखापत्तनम कॉरिडोर का एक हिस्सा है। इसे भारतमाला परियोजना के तहत विकसित किया गया है। यह खम्मम जिले और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री ने 37 किलोमीटर लंबी जक्लेर-कृष्णा नई रेलवे लाइन का भी लोकार्पण किया। उन्होंने कृष्णा स्टेशन से हैदराबाद (काचीगुडा)-रायचूर-हैदराबाद (काचीगुडा) के बीच पहली ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह ट्रेन सेवा तेलंगाना के हैदराबाद, रंगारेड्डी, महबूबनगर, नारायणपेट जिलों को कर्नाटक के रायचूर जिले से जोड़ेगी। मोदी ने इस दौरान हसन-चेरलापल्ली एलपीजी पाइपलाइन परियोजना को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कृष्णापट्टनम से हैदराबाद (मलकापुर) तक भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की बहु-उत्पादक पेट्रोलियम पाइपलाइन की आधारशिला भी रखी। प्रधानमंत्री ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के पांच नये भवन, यानी स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स, गणित एवं सांख्यिकी विद्यालय, प्रबंधन अध्ययन स्कूल, व्याख्यान कक्ष परिसर-तृतीय और सरोजिनी नायडू स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड कम्युनिकेशन (एनेक्सी) का भी उद्घाटन किया।