नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को दिल्ली हवाई अड्डे के विस्तारित टर्मिनल-1 (टी-1) का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उद्घाटन किया। अब इसका कुल क्षेत्रफल तीन गुना होकर 2,06,950 वर्ग मीटर हो गया है। विस्तारित टर्मिनल-1 के उद्घाटन के साथ दिल्ली हवाई अड्डे की वार्षिक क्षमता मौजूदा चार करोड़ यात्रियों से बढ़कर 10 करोड़ हो जाएगी।
हवाई अड्डा परिचालक डायल के अनुसार, सभी प्रवेश द्वारों पर चेहरा पहचानने की प्रणाली (डिजी यात्रा), 20 ऑटोमेटेड ट्रे रीट्राइवल सिस्टम्स (एटीआरएस), इंडीविजुअल कैरियर सिस्टम (आईसीएस), 108 कॉमन यूजेज सेल्फ सर्विस (सीयूएसएस) और 100 चेक-इन काउंटर हैं, जिनमें 36 सेल्फ बैगेज ड्रॉप (एसबीडी) कियोस्क शामिल हैं। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) के अनुसार, टी1 के विस्तार के बाद हवाई अड्डा 10 करोड़ की वार्षिक यात्री प्रबंधन क्षमता वाले हवाई अड्डों में शामिल हो जाएगा। टी1 की वार्षिक यात्री प्रबंधन क्षमता 1.7 करोड़ से बढ़कर चार करोड़ हो जाएगी।
डायल द्वारा संचालित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीएआई) पर प्रतिदिन लगभग 1,500 उड़ानों का आवागमन होता है। हवाई अड्डे पर फिलहाल तीन टर्मिनल- टी1, टी2 और टी3 हैं। इनमें टी1 की क्षमता विस्तार के बाद चार करोड़, टी2 की क्षमता 1.5 करोड़ और टी3 की क्षमता 4.5 करोड़ है।
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