प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के चेन्नई में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में छठे खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 का उद्घाटन किया। मोदी ने कहा कि यहां एकत्र हुए मेरे युवा मित्र एक युवा भारत, एक नए भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि आपकी ऊर्जा और उत्साह हमारे देश को खेल की दुनिया में नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है। मैं देश भर से चेन्नई आए सभी एथलीटों और खेल प्रेमियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। आप सब मिलकर ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की सच्ची भावना का प्रदर्शन कर रहे हैं।
मोदी ने कहा कि भारत में खेलों के विकास में तमिलनाडु का विशेष स्थान रहा है। ये चैंपियंस पैदा करने वाली धरती है। इस भूमि ने टेनिस में नाम रोशन करने वाले अमृतराज ब्रदर्स को जन्म दिया। उन्होंने कहा कि इसी धरती से हॉकी टीम के कप्तान भास्करन निकले। जिनकी कप्तानी में भारत ने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता। शतरंज के खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद, प्रज्ञानानंद और पैरालंपिक चैंपियन मरियप्पन भी तमिननाडु की ही देन हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने टोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक गेम्स में अब तक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। एशियन गेम्स और एशियन पैरा गेम्स में भी भारत ने इतिहास रच दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यूनिवर्सिटी गेम्स में भी भारत ने नया रिकॉर्ड बनाया। ये अचनाक ही नहीं हुआ है, देश के खिलाड़ी की मेहनत और जज्बे में पहले भी कमी नहीं थी, लेकिन बीते 10 वर्षों में उसे नया आत्मविश्वास मिला है। कदम-कदम पर सरकार का साथ मिला है। पहले खेलों में भी जिस प्रकार से खेल होते थे, उनको हमने बंद किया है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि इस बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स का शुभंकर वीरा मंगई वेलु नचियार को बनाया गया है। वास्तविक जीवन के व्यक्तित्व को शुभंकर बनाना अभूतपूर्व है। वीरा मंगई वेलु नचियार नारी शक्ति का प्रतीक है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हम युवाओं के खेलों में आने का इंतजार नहीं कर रहे हैं। हम खेलों को युवाओं तक ले जा रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया जैसे अभियान गरीबों, आदिवासियों और निम्न मध्यम वर्ग से आने वाले युवाओं के सपनों को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि युवा एथलीटों को अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन मिले और हमने अपने देश को वैश्विक खेल पारिस्थितिकी तंत्र का केंद्र बनाने का संकल्प लिया है। इसलिए, हम 2029 में यूथ ओलंपिक और 2036 में ओलंपिक आयोजित करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।