PM Kisan yojna: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का इंतजार कर रहे देश के करोड़ों किसानों का इंतजार आज खत्म हो गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं पात्र लगभग 8 करोड़ किसानों के खाते में निधि का 2000-2000 रुपए ट्रांसफर कर दिये हैं.

सांकेतिक तस्वीर (Photo Credit: News Nation)
highlights
- कुछ दवाइयां मानव शरीर को बना रही वीक, अपने आप डॅाक्टर बनना बंद करें आम जनता
- डिपार्टमेंट ऑफ ड्रग कंट्रोल ने केमिस्ट को पेनकिलर्स का रिकॅार्ड रखने की दी सलाह
- कोई भी कैमिस्ट यदि नियमों का पालन नहीं करता है तो संबंधित के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
नई दिल्ली :
PM Kisan yojna: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का इंतजार कर रहे देश के करोड़ों किसानों का इंतजार आज खत्म हो गया है. प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं पात्र लगभग 8 करोड़ किसानों के खाते में निधि का 2000-2000 रुपए ट्रांसफर कर दिये हैं. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 18,000 करोड़ रुपये की 15वीं किस्त झारखंड से जारी की गई है. यहां पीएम एक कार्यक्रम को संबोधित करने आए थे. आपको बता दे कि इससे पहले 27 जुलाई को पीएम निधि की किस्त पीएम मोदी ने राजस्थान से जारी की थी. खास बात ये है कि 15वीं किस्त से वंचित होने वालों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ के स्थान पर अब लगभग 4 करोड़ हो गई है….
ऐसे चैक करें स्टेटस
अपना स्टेटस चैक करने के लिए सबसे पहले पीएम किसान (PM Kisan) की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जाएं. यहां आपको राइट साइड पर Farmers Corner का विकल्प मिलेगा. इसके बाद आपको Beneficiary Status के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा. जिसके बाद आपको स्किन पर नया पेज दिखाई देगा.नए पेज पर आधार नंबर, बैंक खाता संख्या या मोबाइल नंबर में से कोई एक विकल्प चुनें. इन तीन नंबरों के जरिये आप चेक कर सकते हैं कि आपके खाते में पैसे आए हैं या नहीं. इसके बाद आपने जिस विकल्प का चुनाव किया है, उसका नंबर भरिए. इसके बाद Get Data पर क्लिक करें. यहां क्लिक करने के बाद आपको सभी ट्रांजेक्शन की जानकारी मिल जाएगी.
इन्हें नहीं मिलेगी 15वीं किस्त
आपको बता दें कि इस बार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की किस्त ऐसे किसानों को नहीं मिलेगी. जिन्होने ईकेवाईसी नहीं कराया है. साथ ही जिन लोगों ने भूलेख सत्यापन नहीं कराया है, ऐसे लाभार्थियों किसानों को भी योजना के लाभ से वंचित कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक देशभऱ से 8 करोड़ किसानों को लाभार्थियों की सूची में शामिल किया गया है. पिछली बार लगभग 3 करोड़ किसान ऐसे थे जिन्हें पात्र होने के बावजूद ईकेवाईसी की वजह से लाभार्थियों की सूची से बाहर कर दिया गया था. लेकिन इस बार ये संख्या बढ़कर 4 करोड़ तक पहुंच गय़ी है…
First Published : 15 Nov 2023, 12:55:01 PM