Plank Position में होल्ड करते समय इन छोटे-छोटे टिप्स को करें फॉलो

प्लैंक एक्सरसाइज करने से पहले वार्मअप करना जरूरी होता है। जब आप ऐसा करते हैं तो इससे आपके कोर व अन्य मसल्स वार्मअप होती है। वास्तव में, इससे आपका शरीर प्लैंक करने के लिए तैयार होता है। ऐसे में बाद में प्लैंक करते हुए होल्ड करना अधिक आसान हो जाता है।

आज के समय में खुद को फिट रखने और अपनी बॉडी का स्टेमिना बनाए रखने के लिए हम सभी कई तरीके अपनाते हैं। इसमें वर्कआउट करना काफी अच्छा माना जाता है, क्योंकि इससे आप अपनी बॉडी को बेहतर शेप दे पाते हैं। वर्कआउट करते समय बॉडी के अलग-अलग हिस्सों को ध्यान में रखकर एक्सरसाइज की जाती है। वहीं अगर कोर को स्ट्रॉन्ग करने की बात हो तो ऐसे में प्लैंक करना काफी अच्छा माना जाता है। प्लैंक करते हुए उसे होल्ड करना थोड़ा कठिन हो सकता है, लेकिन आप कुछ टिप्स अपनाकर बेहतर तरीके से होल्ड कर सकते हैं-

करें वार्मअप 

प्लैंक एक्सरसाइज करने से पहले वार्मअप करना जरूरी होता है। जब आप ऐसा करते हैं तो इससे आपके कोर व अन्य मसल्स वार्मअप होती है। वास्तव में, इससे आपका शरीर प्लैंक करने के लिए तैयार होता है। ऐसे में बाद में प्लैंक करते हुए होल्ड करना अधिक आसान हो जाता है।

धीरे-धीरे बढ़ाएं समय 

प्लैंक करते हुए 10 सेकंड से लेकर 30 सेकंड तक होल्ड किया जा सकता है। कुछ लोग एक मिनट तक भी प्लैंक पोजिशन में होल्ड करते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि एकदम से ऐसा कर पाना संभव नहीं है। अगर आप बिगनर हैं तो शुरुआत में समय कम रखें। इसके बाद आप धीरे-धीरे समय बढ़ाते जाएं। अगर आप नियमित रूप से प्लैंक करते हैं तो इससे आपको अपना समय बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।

बॉडी एलाइनमेंट का रखें ध्यान

कई बार ऐसा होता है कि हम प्लैंक तो करते हैं लेकिन उसे होल्ड करते समय अपने बॉडी एलाइनमेंट पर ध्यान नहीं देते हैं। जिससे प्लैंक करने का कोई लाभ नहीं होता है। इसलिए ध्यान रखें कि आप अपने शरीर को सिर से लेकर पैर तक एक ही सीध में हो। अपने हिप्स को ढीला छोड़ने या उन्हें बहुत ऊंचा उठाने से बचें।  

सांसों को ना रोकें

यह भी एक छोटा सा टिप है, लेकिन आपके बेहद काम आ सकता है। कई बार जब हम प्लैंक करते हैं तो उस दौरान अपनी सांसों को भी होल्ड कर लेते हैं। लेकिन आपको सामान्य रूप से सांस लेते रहना चाहिए। इससे आपकी मसल्स को आवश्यक ऑक्सीजन मिलती रहती है। अपनी सांस रोककर रखने से शरीर में बेवजह का तनाव और थकान हो सकती है।

– मिताली जैन

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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