भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पर एक बड़ा एक्शन लिया हुआ है। पेटीएम पर हुए इस एक्शन के बाद कंपनी का हाल बुरा हो गया है। कंपनी की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही है। आरबीआई के एक्शन के बाद शेयरों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। पेटीएम पर एक्शन के बाद आम जनता से लेकर कारोबारी भी काफी चिंतित है।
इसी कड़ी में अब व्यापारियों के संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कारोबारियों को अहम सलाह दी है। इसके अंतर्गत कारोबारियों को पेटीएम का उपयोग ना करते हुए अन्य प्लेटफॉर्मस का उपयोग करने की हिदायत दी है। इस संबंध में कैट ने एक बयान जारी दिया है।
कैट की ओर से संगठन के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन खंडेलवाल ने सलाह दी है कि रिजर्व बैंक द्वारा हाल ही में पेटीम पर प्रतिबंध लगाए गए है। इसके बाद से देश में व्यापारियों को अपने पैसों की सुरक्षा के लिए अन्य प्लेटफॉर्मस पर शिफ्ट होना होगा। प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि बड़ी संख्या में छोटे और बड़े व्यापारी, विक्रेता, हॉकर आदि पेटीएम के जरिए पैसों का लेनदेन करते है।
आरबीआई द्वारा सख्ती दिखाए जाने के बाद पेटीएम इस्तेमाल करने वाले व्यापारियों और कारोबारियों को कई आर्थिक समस्याओं से दो चार होना पड़ सकता है। इन परेशानियों से बचने के लिए जरुरी है कि समय से पहले ही अन्य ऑनलाइनल प्लेटफॉर्म का उपयोग करें और उनपर शिफ्ट हों।
बैंकिंग सेवाओं पर लगी है रोक
पेटीएम की बैंकिंग सेवाओं पर भी रिजर्व बैंक ने रोक लगाई है। बीते दिनों ही पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर रिजर्व बैंक ने रोक लगाई थी। इस संबंध में आदेश भी जारी किया गया था, जो आगामी 29 फरवरी से लागू होगा। पेटीएम बैंक अब नए ग्राहकों और पीपीबीएल को नहीं जोड़ सकेगा। तय तिथि के बाद वॉलेट, फास्टैग में डिपॉजिट भी नहीं होगा। आरबीआई ने पेटीएम के खिलाफ ये एक्शन बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट-1949 के सेक्शन 35A के तहत लिया है।
पेटीएम शेयरों में गिरावट
पेटीएम के शेयर में सोमवार को लगातार तीसरे सत्र में गिरावट आई। कंपनी के शेयर शुरुआती कारोबार में और 10 प्रतिशत गिर गए। बीएसई पर शेयर 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 438.35 रुपये पर आ गए। एनएसई पर 9.99 प्रतिशत गिरकर 438.50 रुपये पर पहुंच गए। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को किसी भी ग्राहक खाते, प्रीपेड साधन, वॉलेट एवं फास्टैग में 29 फरवरी 2024 के बाद जमा या टॉप-अप स्वीकार न करने का गत बुधवार को निर्देश दिया था। इसके बाद से कंपनी के शेयर में लगातार गिरावट आ रही है। कंपनी के शेयर में लगातार तीन सत्र में 42 प्रतिशत से अधिक गिरावट आई है। इससे उसके बाजार मूल्यांकन को 20,471.25 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।