भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जनवरी में पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड पर प्रतिबंध लगाया गया था। इसके बाद अब 15 मार्च को पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को मिली डेडलाइन समाप्त हो रही है। इस डेडलाइन के समाप्त होने के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के जरिए मिलने वाली कई सर्विसेज बंद हो जाएंगी।
इसमें डिपॉजिट्स, क्रेडिट लेनदेन और FASTag रिचार्ज जैसी सर्विस का लाभ अब कस्टमर्स नहीं उठा सकेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक के इस फैसले का असर यूजर्स पर भी पड़ने वाला है। आरबीआई के फैसले के बाद 16 मार्च से कई नियम पेटीएम को लेकर लागू हो जाएंगे, जिससे कस्टमर्स को परेशानी उठानी पड़ सकती है।
यूपीआई पेमेंट नहीं होगी बंद
पेटीएम को यूपीआई में थर्ड पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर के तौर पर हिस्सा लेने की अनुमति नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया से मिल चुकी है। पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर बैंक के तौर पर एचडीएफसी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया बैंक और यस बैंक One97 कम्युनिकेशन लिमिटेड के लिए काम करेंगे। वहीं थर्ड पार्टी ऐप प्रोवाइडर लाइसेंस मंजूरी मिलने का अर्थ है कि अब यूजर्स यूपीआई पेमेंट कर सकेंगे। ये सर्विस पेटीएम पर बंद नहीं की जाएगी।
पेटीएम को मिले पांच हैंडल
वित्तीय प्रौद्योगिकी मंच पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस को यूपीआई लेनदेन जारी रखने के लिए चार बैंकों के साथ साझेदारी में पांच हैंडल मिले हैं। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) पर यह जानकारी दी गई। कंपनी का मौजूदा हैंडल @पेटीएम उन पांच हैंडलों में से एक है, जिन्हें उपयोगकर्ता अपनी ओर से कोई बदलाव किए बिना उपयोग करना जारी रख सकते हैं। एनपीसीआई ने यस बैंक के साथ साझेदारी में पेटीएम के लिए @पेटीएम और एक बंद उपयोगकर्ता समूह यूपीआई हैंडल @पीटाइप्स को मंजूरी दे दी है।
एनपीसीआई ने एचडीएफसी बैंक के साथ @पीटीएचडीएफसी और भारतीय स्टेट बैंक के साथ @पीटीएसबीआई को भी भागीदार के रूप में मंजूरी दे दी है। हालांकि, ये दोनों हैंडल इस समय सक्रिय नहीं हैं। पेटीएम के प्रवक्ता ने कहा कि उपयोगकर्ता अपनी ओर से कोई बदलाव किए बिना @पेटीएम हैंडल का निर्बाध रूप से उपयोग करना जारी रख सकते हैं। एनपीसीआई ने 14 मार्च को कंपनी के उपयोगकर्ताओं के लिए यूपीआई लेनदेन जारी रखने के लिए एसबीआई, एक्सिस बैंक, यस बैंक और एचडीएफसी बैंक के सहयोग से पेटीएम के लिए एक तृतीय पक्ष एप्लिकेशन (टीपीएपी) प्रदाता परमिट को मंजूरी दे दी।
पेटीएम के यूपीआई लेनदेन पहले पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) के माध्यम से किए जा रहे थे, जिसे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 15 मार्च के बाद किसी भी ग्राहक खाते में जमा, क्रेडिट लेनदेन या टॉप-अप स्वीकार करने से रोक दिया है। वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) की पीपीबीएल में 49 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि कंपनी के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा के पास संकटग्रस्त बैंक में 51 फीसदी हिस्सेदारी है।
जमा नहीं होंगे पैसे
यूजर्स अब पेटीएम बैंक में पैसे जमा नहीं कर सकेंगे। यूजर्स के अकाउंट में सैलरी क्रेडिट, डेबिट या सब्सिडी को भी रोक दिया जाएगा। वहीं वॉलेट के लिए मनी लोड और ट्रांसफर नहीं किया जा सकेगा। वॉलेट में मौजूदा राशि का उपयोग ट्रांजेक्शन के लिए किया जा सकेगा। वहीं अब पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड द्वारा जारी फास्टैग को रिचार्ज करने की सुविधा भी बंद हो जाएगी।