Paper Leak: सात साल में 70 से अधिक पेपर हुए लीक, क्या राहुल गांधी के पास है कोई फूलप्रूफ प्लान?

Paper Leak: More than 70 papers leaked in seven years, does Rahul Gandhi have a foolproof plan?

Paper Leak: Rahul Gandhi
– फोटो : Amar Ujala/ Rahul Bisht

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लोकसभा चुनाव से पहले देश में पेपर लीक का मामला गर्मा गया है। कांग्रेस पार्टी, इस मुद्दे को लगातार उठा रही है। मंगलवार को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, पेपर लीक उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश भर के युवाओं के लिए अभिशाप बन गया है। पिछले सात वर्षों में ही 70 से अधिक पेपर लीक के मामलों ने दो करोड़ से अधिक छात्रों का सपना तोड़ा है। इससे न सिर्फ भविष्य निर्माण के कीमती वर्ष बर्बाद हो रहे हैं, बल्कि उनके परिवारों पर भी आर्थिक और मानसिक बोझ पड़ रहा है।

पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में पेपर लीक के कई मामले सामने आए थे। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा में जोरदार तरीके से पेपर लीक का मुद्दा उठाया था। उत्तर प्रदेश में 60,000 से अधिक पुलिस कांस्टेबल के लिए निकली भर्ती में 48 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया था। पेपर लीक होने के कारण उत्तर प्रदेश सरकार को यह परीक्षा रद्द करनी पड़ी।

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा लीक मामले में योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को हटा दिया है। उनकी जगह अब राजवी कृष्ण को भर्ती बोर्ड की जिम्मेदारी मिली है। यूपी के सभी 75 जिलों में सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा 17 व 18 फरवरी को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा का पेपर लीक हो गया था।

राहुल गांधी ने लिखा, लापरवाह सरकार, भ्रष्ट अधिकारी, नकल माफिया और निजी प्रिंटिंग प्रेसों के आपराधिक गठजोड़ को खत्म कर हर स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित करने की जरूरत है। बतौर राहुल, जब मैंने छात्रों से बातचीत की, तो उन्होंने मुझे बताया कि पेपर लीक की तीन मुख्य वजह हैं। बिका हुआ सरकारी तंत्र, निजी प्रिंटिंग प्रेस और भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुके अधीनस्थ सेवा चयन आयोग। सभी से मिले सुझावों को मिला कर कांग्रेस युवाओं की भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एक ठोस और फूलप्रूफ प्लान तैयार कर रही है, और बहुत जल्द हम आपके सामने अपना विजन रखेंगे। राहुल गांधी ने लिखा, हम छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे।

इसके साथ ही यूपी लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी यानी आरओ और एआरओ की भर्ती परीक्षा में भी पेपर लीक होने के आरोप लगे थे। यूपी सरकार ने इस मामले में परीक्षा निरस्त कर दी थी। परीक्षा नियंत्रक को हटा दिया गया था। यूपी लोक सेवा आयोग ने पेपर लीक के मामले में पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर लिखा था, ‘उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 11 फरवरी 2024 को आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा, 2023 को निरस्त करने तथा आगामी 06 माह में इसे पुनः कराने के आदेश दिए हैं। परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा। युवाओं के दोषियों को ऐसी सजा दिलाएंगे, जो नजीर बनेगी।




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