देवों के देव भोलेनाथ को बेलपत्र, भांग, धतूरा, और दूध का चढ़ावा चढ़ाया जाता है। इनके अलावा प्रसाद के रूप में उन्हें पंचामृत का भी भोग लगाया जाता है। पंचामृत को “पांच अमृत” के रूप में भी जाना जाता है। ये एक पारंपरिक हिंदू अनुष्ठान पेय है, जिसे पांच सामग्रियों दूध, दही, शहद, घी और धागा मिश्री से बनाया जाता है। हिन्दू धर्म में, पंचामृत आध्यात्मिक और धार्मिक रूप से काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि हिन्दू धर्म की ये महत्वपूर्ण चीज हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है। इसका सेवन करने से शरीर को कई जबरदस्त फायदे मिलते हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट किरण कुकरेजा ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर ‘पंचामृत’ बनाने का सही तरीका बताया। इसी के साथ उन्होंने इसके फायदों के बारे में भी जानकारी दी है। चलिए जानते हैं ‘पंचामृत’ कैसे तैयार किया जाता है और इसके सेवन से शरीर को क्या-क्या फायदे मिलते हैं।
कैसे बनाएं पंचामृत?
एक बर्तन में 1 चम्मच गाय का घी लें और फिर इसमें 2 चम्मच शहद, 4 चम्मच धागा मिश्री, 8 चम्मच दही और 16 चम्मच गाय का दूध डालकर अच्छे से मिला लें। आपका पंचामृत तैयार है।
सेहत के लिए कैसे फायदेमंद है पंचामृत?
पंचामृत में दूध, दही और घी मौजूद है, जो कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत माने जाते हैं। इसलिए पंचामृत का सेवन करने से शरीर को भरपूर मात्रा से कैल्शियम मिलता है, जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें कई नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। ये नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट शरीर में हानिकारक फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने में मदद करते हैं। पंचामृत प्रजनन प्रणाली को मजबूत करने में भी मदद करता है।