भोपाल में पंचकर्म सुपर स्पेशलिटी एवं वेलनेस केंद्र और रजत जयंती ऑडिटोरियम भवन का सीएम शिवराज सिंह चौहान ने लोकार्पण किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री राम किशोर कांवरे और सांसद प्रज्ञा ठाकुर उपस्थित रही।
Bhopal
oi-Laxminarayan Malviya
मध्यप्रदेश में देश का पहला अत्याधुनिक पंचकर्म सेंटर भोपाल में शुरू हो गया हैं। जिसका उद्घाटन आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री राम किशोर कांवरे और भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी उपस्थित रही। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आयुर्वेद के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार मध्य प्रदेश में आयुर्वेद विश्वविद्यालय खोलने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य की जो विधा आयुर्वेद में हैं वह लोग खेती में नहीं है अंग्रेजी दवाएं लिखने वाले डॉक्टर एक के बाद एक दवा लिखते रहते हैं। प्रदेश का खुशीलाल आयुर्वेद महाविद्यालय एमपी में ही नहीं, देश भर में अपने कामों के लिए चर्चा में हैं।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज राजधानी के आयुर्वेद महाविद्यालय में 50 बिस्तरों वाले अत्याधुनिक पंचकर्म सिस्टम और वैलनेस सेंटर का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुर्वेद ऐसी विधा है कि आने वाले दिनों में पूरी दुनिया से अपनाएगी । इसमें घायलों की भी त्वरित इलाज की व्यवस्था को बढ़ावा देने की जरूरत बताते हुए सीएम चौहान ने कहा कि आयुर्वेद में रिसर्च खत्म हो रहे हैं यह काम रुकना नहीं चाहिए।
प्रतिभा मानने का काम करती है अंग्रेजी
छात्रों को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अंग्रेजी प्रतिभा मारने का काम करती है। अंग्रेजी पर तंज कसते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि अंग्रेजी मतलब टैलेंट नहीं होता। टैलेंट किसी भी भाषा में हो सकता है। आयुर्वेद की पढ़ाई तो हिंदी में होगी शास्त्री संस्कृत भी समृद्ध होगी। उन्होंने कहा कि बच्चों में अंग्रेजी के कारण प्रतिभा खत्म होने से रोकने के लिए ही राज्य सरकार हिंदी में भी इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई शुरू कर चुकी है।
आयुर्वेद के माध्यम से गांव में ही जड़ी-बूटियों से बीमारियों का इलाज
सीएम ने कहा कि कोविड के बाद आयुर्वेद का डंका पूरी दुनिया में फिर से बज रहा है। जब कोविड ने अपना असर बढ़ाया, तो आयुर्वेद के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं सूझा। जब दुनिया भर में सभ्यता का उदय भी नहीं हुआ था, तब भारत में 4 वेद रच दिए गए और पांचवा वेद है आयुर्वेद। भारत के गांव-गांव में इलाज के लिए आयुर्वेद पर ही विश्वास किया गया। आयुर्वेद के माध्यम से गांव में ही जड़ी-बूटियों से बीमारियों का इलाज आसानी से होता रहा है। हमारे वैद्य इतने कुशल होते हैं कि नाड़ी से ही बीमारी का पता लगाकर इलाज करते हैं।
सीएम शिवराज ने कहा कि यदि हम आयुर्वेद में भी शोध को बढ़ावा देंगे, तो निरोग के संकल्प को बेहतर तरीके से साकार किया जा सकेगा। सम्पूर्ण स्वास्थ्य अगर कहीं है तो आयुर्वेद व योग के माध्यम से ही है। मैं 24 घण्टे में से 18 घंटे तो काम करता ही हूँ, उसका कारण योग व प्राणायाम है। आयुर्वेद का बढ़ना दुनिया के हित में है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश आयुर्वेद विश्वविद्यालय के विषय में भी विचार करेगा। हमारी सरकार आयुर्वेद को आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। पंचकर्म का ये नया कॉन्सेप्ट सचमुच में अद्भुत है। लोग वहां एडमिट हो सकते हैं और घर की तरह भी महसूस कर सकते हैं। यहां पंचकर्म से व्यक्ति को पूरी तरह स्वस्थ करेंगे और उनके साइड इफेक्ट भी नहीं होंगे। बेटियों ने छात्रावास की मांग की थी, वह बन गया है। इस साल भांजों के लिए भी छात्रावास बजट में स्वीकृत कर दिया जाएगा।
English summary
Country first state-of-art Panchakarma center started in Bhopal, inaugurated by CM Shivraj
Story first published: Tuesday, December 6, 2022, 15:06 [IST]